सावधान:बैंक से पैसे उड़ाने के लिए Google के Apps का इस्तेमाल कर रहे साइबर अपराधी,11साइबर अपराधी को देवघर पुलिस ने गिरफ्तार किया।
देवघर।झारखण्ड के देवघर जिला में पुलिस ने 11 साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है।ये लोग गूगल (Google) के रिमोट एक्सेस एप्प (Remote Access App) के जरिये लोगों से ठगी करते थे।गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी करके पुलिस ने इन लोगों को अलग-अलग थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार किये गये 11 लोगों में से 5 सारठ थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।इनके नाम उत्तम दास, दीपक दास, भृगु मेहरा, संजीत कुमार दास और बलराम मेहरा हैं।हासिम अंसारी, कासिम अंसारी, सरफराज आलम और मोहम्मद नासिर को पुलिस ने मारगोमुंडा थाना क्षेत्र से दबोचा है।देवीपुर से फागु तुरी और कर्रों थाना क्षेत्र से पंचू तुरी को गिरफ्तार किया गया है।गिरफ्तार किये गये इन साइबर क्रिमिनल्स के पास से पुलिस ने 57 हजार रुपये, 16 मोबाइल फोन, दो पासबुक, दो एटीएम कार्ड, दो लैपटॉप, एक बाइक, एक जीओ राउटर और 26 सिम कार्ड बरामद किये हैं।
पुलिस की एक टीम गिरफ्तार किये गये इन साइबर क्रिमिनल्स से सख्ती से पूछताछ करने में जुटी है।देवघर में साइबर अपराध पर लगाम लगाने की तमाम कोशिशों के बावजूद साइबर क्राइम बढ़ता ही जा रहा है।हालांकि, पुलिस का कहना है कि उसने साइबर क्रिमिनल्स के खिलाफ कार्रवाी काफी तेज कर दी है।
बैंक मैनेजर बनकर करते थे ठगी
देवघर के साइबर डीएसपी मंगल सिंह जामुदा ने इन साइबर क्रिमिनल्स के काम करने के तरीके के बारे में बताया।उन्होंने बताया कि ये लोग बैंक मैनेजर बनकर लोगों को अपने झांसे में लेते थे और फिर कुछ ही देर में उनका बैंक अकाउंट खाली कर देते थे।श्री जामुदा ने बताया कि ये साइबर क्रिमिनल्स गूगल के रिमोट एक्सेस एप्प का सहारा लेते थे. एटीएम बंद होने या केवाइसी अपडेट करने के बहाने से लोगों को ओटीपी (OTP) भेजकर या फिर गूगल पर रिमोट एक्सेस जैसे टीम व्यूअर (Team viewer), क्विक सपोर्ट (Quick Support) एप्प इंस्टॉल करवाकर लोगों के खाता से रकम उड़ा लेते थे।अगर कोई व्यक्ति इन सब चीजों से बचने की कोशिश करता, तो ये लोग उन्हें कभी बैंक अधिकारी बनकर, तो कभी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों को अपनी जाल में फंसा लेते थे. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों से कड़ाई से पूछताछ की जा रही है।