खाने की शिकायत कर गाली देने पर रसोइया ने कंप्यूटर ऑपरेटर को मार डाला, रसोइया गिरफ्तार

पाकुड़।झारखण्ड के पाकुड़ जिले के सिंधीपाड़ा स्थित छावड़िया इंजीनियरिंग कंपनी में कार्यरत रसोईया मोती मंडल ने गुरुवार देर रात मामूली विवाद में कंपनी के कंप्यूटर ऑपरेटर 51 वर्षीय मोहनदास लालवानी की रॉड से प्रहार कर हत्या कर दी।एसडीपीओ अजीत कुमार विमल, एसआई संतोष कुमार, शुभम कुमार दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच मामले की जांच की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी रसोईया मोती को गिरफ्तार कर लिया।बताया जाता है कि मृतक मोहनदास कंपनी में करीब 16 वर्षों से कार्यरत था। वह कानपुर शहर का रहने वाला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पुलिस ने बताया कि कंपनी के अन्य कर्मियों ने घटना की सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंचने पर देखा कि मोहनदास जमीन पर गिरा पड़ा है। खून से लथपथ है। कमरा का फर्श खून से लाल हो गया है।रसोईया ने पुलिस को बताया कि खाना को लेकर मोहनदास उसे हमेशा गाली देता था। इस बात को लेकर उन्हें काफी गुस्सा था। जिस कारण गुस्से में सिर में रड से प्रहार कर उनकी हत्या कर दी।

घटना स्थल पर पहुंचे एसडीपीओ अजीत कुमार विमल, एसआइ संतोष कुमार ने घटना स्थल के आसपास का जायजा लिया। रसोईया से पूछताछ की गई। जांच के क्रम में पुलिस ने कंपनी के परिसर स्थित पार्क से खून से सना प्लास्टिक का थैला देखा। इसके बाद पुलिस का शक गहरा हो गया।

इसके बाद पुलिस ने रसोईया मोती मंडल के कमरे की तलाशी ली। कमरा में मोती मंडल का कपड़ा खून से सना हुआ पाया। बिछावन में भी खून लगा हुआ था। कमरा से हत्या में उपयोग किया गया रड भी बरामद हुआ। पुलिस ने रसोईया को हिरासत में लेकर थाना चला गया।

घटना के बाद रसोईया मोती मंडल ने खून लगा रड धोकर अपने कमरे में रख दिया। कपड़े को भी धोकर सूखने दे दिया था, लेकिन उसमें खून का धब्बा लगा हुआ था।रसोईया मोती घटना को अंजाम देने के बाद स्नान किया और नया टी-शर्ट पहन लिया, ताकि किसी को भी शक नहीं हो। पुलिस ने इस बिंदु को गंभीरता से जांच किया।

पुलिस की नजर नया टी-शर्ट पर गया। तब पुलिस को शक हुआ कि इस दुख की घड़ी में रसोईया नया टी-शर्ट क्यों पहन रखा है। पुलिस ने रसोईया से कड़ी पूछताछ की तो सच्चाई उगल दिया। उन्होंने पुलिस के समक्ष अपना दोष स्वीकार कर लिया।

यह है पूरा मामला

घटना के कुछ देर पहले खाना को लेकर कर्मी मोहनदास ने रसोईया मोती को गाली दी थी। रसोईया के अनुसार मोहनदास उसे खाना को लेकर हमेशा गाली दिया करता था। इस बात को लेकर वह काफी दिनों से गुस्सा में था।घटना की रात मोहनदास खाना खा रहा था। इसी बीच रसोईया मोती रड लेकर आया और पीछे से चार-पांच बार प्रहार कर दिया। इससे मोहनदास गिर पड़ा और चिल्लाने लगा।

इसी बीच, रसोईया ने थैला ने उसका मुंह दाब दिया, ताकि आवाज बाहर नहीं जाए। मोहनदास के दम तोड़ने के बाद रसोईया ने थैला को धोकर पार्क के झाड़ी में फेंक दिया।

“रसोईया ने मोहनदास की हत्या की है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में उपयोग किया गया रड भी बरामद किया गया है”।–अजीत कुमार विमल, एसडीपीओ पाकुड़