भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने किशोरगंज की घटना को बताया लोगों के आक्रोश का परिणाम
बाबूलाल ने घटना को खुफिया विभाग और पुलिस प्रशासन की पूरी विफलता बताई है।
बाबूलाल ने कहा- DGP का बयान लोकतंत्र के विरुद्ध है
राँची। पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री के काफिला पर पथराव के मामले में की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले उन पुलिस अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए जो मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में लगे थे।उन्होंने इसे खुफिया विभाग और पुलिस प्रशासन की पूरी विफलता बताई है। बाबूलाल ने प्रदेश कार्यालय में मीडिया से कहा कि सरकार पहले उन थानेदारों के विरुद्ध कार्रवाई करे जो दुष्कर्म की घटनाएं रोकने व अपराधियों को गिरफ्तार करने में विफल रहे हैं। उनके विरुद्ध कार्रवाई हो, जिनकी लापरवाही के कारण कल की घटना हुई। उन्होंने कहा कि डीजीपी का बयान लोकतंत्र के विरुद्ध है। लोकतंत्र में आंदोलन का अधिकार सभी को है, लेकिन पुलिस महानिदेशक उन्हें गुंडा बता रहे हैं।
पुलिस निर्दोष पर कार्रवाई कर रही
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पथराव मामले में कानून तोड़ने वालों के विरुद्ध जरूर कार्रवाई हो, लेकिन पुलिस निर्दोष लोगों को पूरे परिवार के साथ उठाकर थाने ले गई है। बाबूलाल ने प्रभारी पुलिस महानिदेशक के उस बयान का भी विरोध किया जिसमें उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोगों के विरुद्ध पुलिस सख्ती से निपटेगी। उन्होंने कहा कि उक्त घटना सरकार के प्रति लोगों के आक्रोश के परिणाम के रूप में हुई थी।