बिहार पंचायत चुनाव:12 राज्यों की पुलिस को जिस चोर की तालाश में थी,उसकी पत्नी ने पति के चोरी के पैसों से बनवाई 7 गांव की सड़कें,और जीत गई पंचायत चुनाव

झारखण्ड न्यूज,राँची

पटना।बिहार में इस समय पंचायत चुनाव चल रहा है।गांव की सरकार में हर किस्म के लोगों की भागीदारी हो रही है।लेकिन सबसे हटकर ये खबर पढ़िये।कैसे एक मजदूर बन गया करोड़पति और कैसे पंचायत चुनाव में अपनी बीबी को चुनाव जितवाया।जनता ने भी अपना वोट प्रत्याशी के गुण पर नही उनके धनदौलत पर दे दी है।बताया जा रहा है की चोरी के आरोप में गाजियाबाद के जेल में बंद बिहार के सीतामढ़ी जिले के रहने वाले मो. इरफान उर्फ उजाले की पत्नी गुलशन परवीन ने पंचायत चुनाव में जीत हासिल की है। गुलशन परवीन पुपरी के जिला परिषद क्षेत्र संख्या 34 से प्रत्याशी थी। इरफान को गाजियाबाद पुलिस ने कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया था। पंचायत चुनाव में पत्नी को जीत दिलाने के लिए इरफान ने दोनों हाथों से लाखों रुपया खर्च किया। उसने करीब एक करोड़ रुपये तो सात गांवों की गलियों में सड़क निर्माण पर ही खर्च कर दिए हैं।

लोग बताते हैं कि इरफान की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है।अपनी माली हालत सुधारने को वह घर छोड़ परदेस चला गया था। वर्षों बाद जब घर लौटा तो उसका रुतबा देखकर गांव वाले हैरान थे। वह अकूत संपत्ति का मालिक बन चुका था। एक रसूखदार की तरह गांव में आया। जमीन,बंगला, महंगी गाड़ियां सब कुछ था उसके पास। आसपास होने वाले आयोजनों में रुपये लुटाकर अपनी हैसियत दिखाने लगा। उजाले पुपरी के गाढ़ा जोगिया का निवासी है।

ग्रामीण बताते हैं कि मो. इरफान व उसका परिवार पहले मजदूरी करता था। रहने के नाम पर बस एक झोपड़ी थी। काम नहीं मिलने पर खाने को लाले पड़ जाते थे। माली हालत सुधारने के लिए वह घर छोड़कर चला गया, लेकिन जब वापस आया तो उसका रुतबा ही बदल गया था। गांव वालों को वह अपने काम के बारे में कुछ नहीं बताता था। गांव आते ही जमीन खरीदकर घर बनाया। फिर एक से एक महंगी बाइक खरीदी और गांव के कुछ युवकों को साथ घुमाने लगा। युवकों पर पानी की तरह रुपये खर्च कर अपना रौब भी जमाता था। फिर धीरे-धीरे महंगी कार खरीदने लगा। देसी के साथ ही विदेशी कंपनी की गाड़ियां से वह चलता था।

सात सितंबर को इरफान की पत्नी सहित तीन हुए थे गिरफ्तार

सात सितंबर 2021 को यूपी के गाजियाबाद के कविनगर की पुलिस पुपरी पहुंची थी। उसने स्थानीय पुलिस के सहयोग से गाढ़ जोगिया स्थित उसके घर में छापेमारी की थी। छापेमारी में वह तो नहीं मिला, लेकिन पुलिस ने उसकी पत्नी सहित तीन को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी थी। पुलिस को कुछ चोरी का समान भी उस दिन बरामद हुआ था।

थियेटर व आर्केष्ट्रा में उड़ा देता था हजारों रुपये

ग्रामीण बताते हैं कि वह अपनी औकात दिखाने के लिए गांव व आसपास होने वाले थियेटर व आर्केष्ट्रा में 10-20 हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक लुटा देता था। कभी-कभी तो यह राशि एक लाख तक पहुंच जाती थी। जिससे उसकी पहचान एक पैसे वाले के रूप में होने लगी। फिर धीरे-धीरे वह गांव व आसपास के लोगों को सहयोग करना शुरू कर दिया। गांव की नाली की उड़ाही से लेकर जर्जर सड़क की मरम्मत तक का काम करवाया। यहां तक की बेटी की शादी व बीमार के इलाज में भी मदद करता।

पुलिस की छापेमारी के बाद खुला राज

इसी बीच धीरे-धीरे दूसरे राज्यों की पुलिस उसे गिरफ्तार करने गांव पहुंची। लगातार दूसरे राज्यों की पुलिस की छापेमारी से ग्रामीणों को उसके चोरी करने का पता चला। जिसके बाद सभी हैरत में आ गये। ग्रामीण बताते हैं कि पैसा आने के बाद उसकी पहुंच बड़े लोगों तक हो गयी। व्यवसायी के साथ ही पुलिस-प्रशासन तक इसकी पहुंच थी। सूत्रों के अनुसार त्योहारों पर अक्सर मिठाई का पैकेट पहुंचवाता था।

स्थानीय स्तर पर बेचता था सोने के आभूषण

ग्रामीणों के अनुसार अक्सर चोरी के सोने व चांदी के आभूषण वह स्थानीय स्तर पर ही बेचता था। यही वजह थी कि कई स्वर्णकार से उसका रुपये के लेन-देन को लेकर झगड़ा भी होता था। कई बार यह विवाद पुलिस तक पहुंच गया था।

बंगला व बड़े घर को बनाता था निशाना

सूत्रों की मानें तो इरफान बड़े शहरों में बड़े घरों को ही अपना निशाना बनाता था। काम के बहाने से घर में प्रवेश कर खासकर सोने के आभूषण पर नजर डालता था। इसके बाद वह चोरी की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाता था। इसका खुलासा बाहर से आयी पुलिस ने कई बार किया है।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस के समक्ष कबूला

गाजियाबाद के कवि नगर में बीते माह कारोबारी कपिल गर्ग के घर में हुई डेढ़ करोड़ रुपये की चोरी के मास्टर माइंड इरफान उर्फ उजाले के कारनामों को जानकर पुलिस भी हैरान है। वह करोड़ों रुपये कीमत की जैगुआर कार से देशभर में घूम-घमकर आलीशान कोठी-बंगलों में चोरी करने निकलता था। बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले इस चोर की तलाश 12 राज्यों की पुलिस कर रही थी।

पुलिस अधीक्षक नगर (प्रथम) निपुण अग्रवाल ने बताया कि इरफान की पत्नी गुलशन परवीन जमानत पर रिहा होने के बाद बिहार में हो रहे जिला पंचायत के चुनाव में प्रत्याशी है। इस चुनाव के लिए सोमवार को ही मतदान हुआ। इस चुनाव में पत्नी को जीत दिलाने के लिए इरफान ने दोनों हाथों से रुपया खर्च किया है। उसने एक करोड़ रुपये तो सात गांवों की गलियों में सड़क निर्माण पर ही खर्च कर दिए हैं। वहीं, अपने पड़ोस में रहने वाली एक गरीब लड़की के कैंसर के ऑपरेशन पर उसने 20 लाख रुपये खर्च किए थे। आरोपी ने बताया कि वह राजनीति में नहीं आना चाहता था, लेकिन गांव के लोगों ने ही उसे चुनाव में उतरने की सलाह दी और उसकी अनुपस्थिति में ग्रामीण ही चुनाव5 का सारा काम देख रहे हैं।

एक बीबी और चार प्रेमिका हैं

आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसकी एक मात्र पत्नी गुलशन परवीन है और वह गांव में चुनाव लड़ रही है, जबकि चार प्रेमिका हैं। यह चारों आगरा, अलीगढ़, सवाई माधोपुर और मुंबई में रहती हैं। वारदात के बाद आरोपी अपनी इन प्रेमिकाओं के पास भी कुछ दिन ठहरता था और उनके ऊपर भी जमकर रुपये खर्च करता था।

जज के घर में की थी 65 लाख की चोरी

आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि नोटबंदी लागू होने से ठीक पहले उसने दिल्ली में रहने वाले एक जज के घर में 65 लाख की चोरी की थी। आरोपी ने बताया कि इसके अलावा उसने6 गोवा में गवर्नर हाउस के पास रहने वाले एक कारोबारी के घर में भी लाखों रुपये की नकदी और जेवर चोरी किए थे।

11 साल पहले शुरू की वारदात

पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बहुत गरीब परिवार से है। 11 साल पहले उसकी बहन की शादी थी, लेकिन दहेज के लिए रुपयों की व्यवस्था नहीं हो पाने पर उसने बिहार में ही एक चोरी की वारदात को अंजाम दिया और शादी संपन्न होने के बाद से वह लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम देता आ रहा है। उसने बताया कि वह बहुत पिछड़े इलाके में रहता है। वहां गांव या आसपास में कहीं से भी कोई उसके पास मदद मांगने आता है तो वह मना नहीं कर पाता। वह लोगों की मदद घरों में चोरी करने के बाद माल बेचकर करता है।

सितंबर महीने में गिरफ्तार हुए थे 11 आरोपी

कविनगर कोतवाल अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने बताया कि इरफान ने गाजियाबाद में तीन सितंबर को कविनगर के डी ब्लॉक में रहने वाले कारोबारी कपिल गर्ग के घर में करीब डेढ़ करोड़ की चोरी को अंजाम दिया था। इस मामले में उसी समय पुलिस ने इरफान की पत्नी गुलशन परवीन और एक प्रेमिका समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं, पुलिस ने इनकी जैगुआर और स्कार्पियो कार जब्त कर ली थी। उस समय इरफान फरार होने में सफल हो गया था।

बिना रेकी के करता था वारदात

क्राइम ब्रांच के दारोगा सतबीर सिंह ने बताया कि इस चोर ने आज किसी भी वारदात से पहले रेकी नहीं की है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह अपनी गाड़ी से निकलता था और जहां भी उसका दिल गवाही देता था, रुक कर वारदात को अंजाम देता था। उसका अंदाजा इतना सटीक था कि वह आज तक जिस घर में गया, एक डेढ़ लाख रुपये लेकर ही निकला है। आरोपी ने बताया कि वह इस तरह से कोठियों में घुसता था कि कड़ी चौकसी के बाद भी सुरक्षा कर्मियों की नजर उस पर नहीं पड़ती थी। यहां तक कि कुत्ते भी उसे देखकर नहीं भौंकते थे।

साभार: hindustan

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