अच्छी खबर:झारखण्ड में स्कूल फीस माफी को लेकर अब असमंजस खत्म हो गयी है,12 महीने के जगह 10 महीने का फीस देना होगा…

राँची।झारखण्ड में स्कूल फीस माफी को लेकर अब असमंजस खत्म हो गयी है। अभिभावक संघ और निजी स्कूल प्रबंधन के साथ शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने आज बैठक की।बैठक के बाद शिक्षा मंत्री ने ने प्रेस को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि निजी स्कूल प्रबंधन ने 2 महीने की ट्यूशन फीस को छूट देने ।झारखण्ड में प्राइवेट स्कूल संचालकों के साथ बातचीत
लॉकडाउन के दौरान सिर्फ ट्यूशन फीस लेने की छूट,
अभिभावकों पर दबाव नहीं डालने की दी हिदायत,
आखिरी फैसला सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद होगी।

बाकि किसी भी तरह के फीस पर फैसला बाद में लिया जायेगा. बैठक में निर्णय़ लिया गया है कि, जो भी स्कूल छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं, सिर्फ वैसे ही स्कूल दो महीने की फीस ले पायेंगे।

ट्यूशन फीस पर शिक्षामंत्री का बयान

शिकायत मिलने पर डीसी स्तर पर होगी जांच,शिक्षामंत्री के साथ अभिभावक संघ की मीटिंग में फैसला लिया गया है कि जो भी स्कूल पहले फीस वसूल चुके हैं उस फीस को स्कूल एडजस्ट करेंगे और यदि कोई स्कूल बेवजह छात्रों या अभिभावक पर फीस को लेकर किसी तरह का दवाब डालते हैं तो उसकी डीसी स्तर पर जांच की जायेगी।

यदि फीस से संबंधित कोई भी शिकायत आती है, तो इसपर डीसी स्तर की कमेटी बनाकर जांच की जायेगी. वैसे स्कूलों पर कार्रवाई की जायेगी. ये कमेटी हर जिले में डीसी स्तर पर बनायी जायेगी।

फीस को लेकर जानें क्या हुआ है फैसला

-दो माह की ट्यूशन फीस के अलावा किसी अन्य तरह की फीस नहीं लेंगे

-इसके अलावा अन्य फैसला विभाग की चिट्ठी आने के बाद फैसला लिया जायेगा.

–इस दौरान किसी अभिभावक पर प्रेशर नहीं बनाया जायेगा

–किसी बच्चे को स्कूल से नहीं निकालेंगे

–परीक्षा से वंचित नहीं करेंगे

–एनुअल फीस, ट्रांसपोर्टेशन फीस आदि का निर्णय दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस का निर्णय आने के बाद लिया जायेगा

–जो स्कूल फीस ले चुके हैं, उन्हें फीस एडजस्ट करना होगा