रामगढ़:एटीएस टीम पर अमन साव के गुर्गों ने की फायरिंग ! डीएसपी और दरोगा को लगी गोली,मेडिका में इलाजरत,दोनों की स्थिति खतरे बाहर…..कहाँ हुई चूक….. !
राँची।झारखण्ड के रामगढ़ जिले में सोमवार रात पतरातू के महुआ मोड़ गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी।जब पता चला कि पुलिस के छापेमारी अभियान के दौरान अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी।इस गोलीबारी में एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार ओझा और रामगढ़ जिले के रजरप्पा में पोस्टेड सब इंस्पेक्टर सोनू साव को गोली लगी है।दोनों इलाज के लिए फौरन राँची के मेडिका लाया गया।इलाज के बाद डॉक्टर्स ने दोनों की हालत को स्थिर बताया है।अपराधियों के द्वारा की गई गोलीबारी में डीएसपी नीरज कुमार के पेट के दाहिने साइड में गोली लगी है। वहीं सब इंस्पेक्टर सोनू साव की जांघ में गोली लगी है।अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों के द्वारा तुरंत ही डीएसपी नीरज कुमार के पेट से गोली निकाली गई। फिलहाल डीएसपी नीरज कुमार की स्थिति सामान्य बताई जा रही है और डॉक्टर लगातार उनके ऊपर निगरानी बनाए हुए हैं।डीएसपी नीरज कुमार
इधर रामगढ़ एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि अपराधियों के विरुद्ध राँची एटीएस और रामगढ़ पुलिस की संयुक्त कांबिंग ऑपरेशन पतरातू थाना क्षेत्र चल रहा था। सोमवार को ऑपरेशन के दौरान जब टीम अपराधियों को पकड़ने के लिए जैसे ही उसके नजदीक पहुंची वैसे ही उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।इस गोलीबारी में एटीएस के डीएसपी नीरज को पेट में गोली लगी और रामगढ़ के सब इंस्पेक्टर को गोली छूते हुए निकल गई घटना के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया था।क्योंकि पूरे इलाके में अंधेरा था और इसी अंधेरे का फायदा अपराधी ने उठाया था।
बताया जाता है कि रात में घटना के बाद मौके पर सर्च अभियान जैसे ही शुरू की वैसे ही दो बाइक पर सवार पांच युवकों ने सड़क के किनारे कांबिंग ऑपरेशन के दौरान गोली के खोखे खोज रहे थे।बाइक सवार युवकों ने जवानों को भी जोरदार टक्कर मार दी जिसमें 2 जवान भी गंभीर रूप से घायल हो गए वहीं बाइक पर सवार एक युवक को हल्की चोट लगी है।पुलिस ने भाग रहे बाइक सवार युवक पकड़ कर थाने ले आई है।उनका बैकग्राउंड का पता लगाया जा रहा है क्या कि वे लोग कौन हैं किस कारण से उन्होंने पुलिस के जवानों को टक्कर मारी है।
बता दें कि गैंगस्टर अमन साव फिलहाल दुमका जेल में बंद है। लेकिन जेल में बंद रहकर ही अपना अपराधिक गिरोह चला रहा है।जेल में रहकर राज्य में पूरा सम्राज्य चला रहा है।पिछले दिनों सीआईडी ने अमन साव को दुमका जेल में फर्जी सिम का उपयोग करते हुए भी पाया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गैंगस्टर अमन साव दुमका जेल में बंद होकर अपना गिरोह चला रहा है। उसने बाहर नेटवर्क इतना बड़ा कर लिया है।बेरोजगार युवकों को गिरोह में शामिल कर बड़ी बड़ी घटना को अंजाम दिलवा रहा है।अब जेल से ये सब कैसे संभव है।ये तो शासन और प्रसाशन बता सकते हैं।कैसे जेल में से गिरोह संचालित हो रहा है।कौन कौन मददगार है।हलांकि इस सब मामले में झारखण्ड ने संज्ञान भी लिया था।फिर भी अमन साव का आतंक अभी तक जारी है। अमन साव के नाम से पिछले दिनों फेसबुक पर पोस्ट भी आया था।जिसे मयंक सिंह नाम के अपराधी ने पोस्ट किया था। पिछले दिनों एक बिल्डर पर गोली चलाने की भी जिम्मेदारी मयंक सिंह ने ली थी। इन सभी घटनाओं को देखते हुए पुलिस राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सर्च अभियान चला रही है ताकि राज्य के सभी गैंगस्टर जैसे अमन साव, अनिल शर्मा, अखिलेश सिंह, अमन श्रीवास्तव जैसे अपराधियों के सभी गुर्गों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जा सके।
सोमवार की रात कैसे हुई घटना:
झारखण्ड में संगठित गिरोह पर नकेल कसने के लिए झारखण्ड पुलिस की एटीएस की टीम पिछले 5-6 दिनों से रामगढ़ जिले के पतरातू में ही डेरा डाले हुए थी।इसी बीच सोमवार को एटीएस को अमन साव गैंग के उस शूटर के बारे में सूचना मिली जो 9 मई को बड़कागांव में दिनदहाड़े हुए ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट कॉ-ऑर्डिनेटर शरद कुमार हत्याकांड और राँची के अरगोड़ा में सात जुलाई को कोयला कारोबारी को गोली मारने की घटना में शामिल था। पुख्ता जानकारी के बाद एटीएस के तेज तर्रार डीएसपी नीरज कुमार के नेतृत्व में एटीएस की टीम कार्रवाई में जुटी थी।वहीं सोमवार को सूचना पाकर पतरातू के दाड़ीदाग महुआ मोड़ के समीप टीम पैदल ही पहुंची ही थी कि अपराधियों ने पुलिस की ओर निशाना साधते हुए फायरिंग शुरू कर दी।अचानक अंधेरे में हुई गोलीबारी में डीएसपी नीरज कुमार और एक दरोगा को गोली लग गई।दरअसल टीम का नेतृत्व डीएसपी कर रहे थे।इसलिए डीएसपी आगे आगे चल रहे थे।रात करीब साढ़े 8 बजे यह घटना हुई है।बताया जाता है कि जिस जगह घटना हुई पूरा अंधेरा था इसी का फायदा उठाकर अपराधी फायरिंग कर जंगल की ओर भाग निकला।
इधर घटना के बाद झारखण्ड पुलिस की नींद उड़ा दी है। इस घटना को जिले की पुलिस और एटीएस की टीम अब प्रतिष्ठा का विषय मानकर अपराधियों की धरपकड़ में जुट गई है।घटना के बाद जिस हिसाब से रात में रामगढ़ से लेकर लगभग तमाम पुलिस पदाधिकारी पतरातू पहुंच गए, इससे यह लग रहा था कि पुलिस पूरी एक्शन के मूड में है और जल्द ही अपराधियों के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई होगी। रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय खुद घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की मॉनिटरिंग देर रात कर रहे थे।
इधर, पुलिस की पूरी टीम मामले की पड़ताल में जुटी हुई है। शक के आधार पर पुलिस दो बाइक व कुछ लोगों को भी हिरासत में ली है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा आसपास के क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है।इलाजरत डीएसपी नीरज कुमार
वहीं घटना के बाद इलाके में हड़कम्प मच गया है।घटना को लेकर लोगों में भी यह चर्चा आम हो गई है कि जब अपराधी पुलिस पदाधिकारियों को अपना निशाना बना सकते हैं। तो इससे समझा जा सकता है कि राज्य में इन अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ा हुआ है।लोगों का कहना है ऐसे में इस घटना के बाद पुलिस को अपराधियों पर नकेल लगाने के लिए कोई ठोस रणनीति के तहत कार्रवाई करनी होगी। लोगों का कहना है कि हाल के दिनों में कोयलांचल इलाके में अपराधियों को मनोबल बढ़ा हुआ है।
इधर पतरातू में एटीएस की टीम पर हुए हमले के बाद रामगढ़ जिला ही नहीं राज्य के पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। डीएसपी और एसआई रैंक के अधिकारी को गोली लगने के बाद 4 जिलों की पुलिस ने हाई अलर्ट मोड पर मोर्चा संभाल लिया है। इसमें राँची जिले की पुलिस के अलावा रामगढ़, हजारीबाग और चतरा जिले पुलिस की टीम को लगा दिया गया है।
घटना के बाद से ही रामगढ़ जिले से सटे तीन जिलों के सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है। हर आने-जाने वाले की सघन तलाशी की जा रही है। अपराधी के निकलने वाली संभावित रास्ते पर पुलिस पहरा लगा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार रामगढ़ जिले से सटे हजारीबाग जिले की उरीमारी पुलिस ने निकटवर्ती सभी रास्तों को सील कर दिया है। प्रत्येक वाहन की सघन जांच पड़ताल की जा रही है। घटना की सूचना मिलने के बाद रामगढ़ जिले की कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाल ली थी।इसमें पतरातू थाना प्रभारी रघुनाथ सिंह, भदानीनगर थाना प्रभारी, राजदीप कुमार, बरकाकाना थाना प्रभारी शशि प्रकाश, बासल थाना प्रभारी अमर शुकला, भुरकुंडा थाना प्रभारी अमित कुमार, उरीमारी थाना प्रभारी शशिभूषण कुमार, मो अफजल, प्रभात कुमार रौशन कुमार, गौतम कुमार, मयंक कुमार के अलावे एटीएस की टीम जुट गई थी।
पतरातू में सोमवार की रात गोलीबारी की घटना के बाद जांच पड़ताल करते दिखे पुलिस के जवान।इस दौरान सभी आने-जाने वाले लोगों से कड़ाई से की जा रही थी पूछताछ। पतरातू के दाड़ीदाग महुआ मोड़ पास इसी स्थान पर हुई है।
इधर मेडिका अस्पताल में देर रात तक बड़े बड़े पुलिस अधिकारियों का पहुँचना जारी था।डीजीपी,एडीजी,आईजी सहित कई आला अधिकारी अस्पताल पहुँचे थे।