न अपनी चिंता न अपनों की फिक्र: राँची के हिंदपीढ़ी में स्वास्थ्य जांच करने पहुंची टीम से उलझे लोग, स्वास्थ्य विभाग की टीम लौटी
रांची: हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र स्थित जिस जगह मलेशिया की महिला रह रही थी वहां की स्क्रीनिंग करने गई गई मेडिकल की टीम को स्थानीय लोगों ने विरोध कर लौटा दिया.गुरुवार को स्क्रीनिंग के लिए गई मेडिकल टीम से स्थानीय लोग भीड़ गए. वे लोग मेडिकल टीम को इलाके में डोर टू डोर स्क्रीनिंग के लिए प्रवेश नहीं करने दिए.पुलिस अधिकारी के द्वारा समझाने के बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं हुए.बताया जा रहा है कि डोर टू डोर स्क्रीनिंग करने के लिए पुलिस प्रशासन इस को लेकर बैठक कर रही है.बता दें कि हिंदपीढी इलाके में ही मलेशियन मुस्लिम महिला छिपी हुई थी.उसे इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है.कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाए जाने के बाद हिंदपीढी और उससे सटे पूरे 3 किलोमीटर एरिया को सेफ करना है. स्क्रीनिंग और सैनिटाइजिंग होनी है.
कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद पूरे हिंदपीढी को सील कर दिया गया है.क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके बावजूद लोगों ने मेडिकल टीम का विरोध किया. बता दे की 30 मार्च को रांची के हिंदपीढ़ी की मस्जिद से 24 लोगों को निकाला गया था.उनमें से एक मलेशिया की रहने वाली महिला में कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है.सभी जमात पर आये थे और हिंदपीढ़ी की एक मस्जिद में रह रहे थे.एक सूचना के बाद प्रशासन ने सभी को वहां से निकाला था. सभी को रिम्स ले जाया गया था, जहां पर सभी का कोरोना टेस्ट किया गया. मंगलवार को रिजल्ट आया जिसमें एक का टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया था.