Jharkhand:42 डीएसपी आईपीएस की प्रोन्नति के इंतजार में बैठे हैं,यूपीएससी को राज्य सरकार योग्य डीएसपी की सूची नहीं भेज पा रही है !

राँची।झारखण्ड में 42 डीएसपी स्तर के अधिकारी आईपीएस में प्रोन्नति के इंतजार में बैठे हैं।संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) से लगातार पत्राचार के बावजूद आइपीएस में प्रोन्नति के लिए झारखण्ड सरकार अपने योग्य डीएसपी की सूची पिछले पांच साल से नहीं भेज पा रही है। उत्तराखंड, हिमाचल व हरियाणा जैसे राज्य 2020 तक का बैकलाग भर चुके हैं, जबकि झारखण्ड में वर्ष 2016 के बाद 42 डीएसपी को योग्‍य रहते हुए भी उन्‍हें आइपीएस में प्रोन्नति नहीं मिली है। वर्ष 2016 में सिर्फ एक ही डीएसपी आनंद प्रकाश को आइपीएस संवर्ग में प्रोन्नति मिली थी।वो हैं आनंद प्रकाश जो वर्तमान में सरायकेला-खरसांवा के एसपी हैं।

सिर्फ पांच डीएसपी की सेवा संपुष्टि नहीं होने के चलते एक जनवरी 2019 से ही योग्य बैठे 42 डीएसपी आइपीएस संवर्ग में प्रोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। इन पांच डीएसपी में विकास पांडेय, सादिक अनवर रिजवी, राधा प्रेम किशोर, मुकेश महतो व शिवेंद्र शामिल हैं, जिनकी सेवा संपुष्टि अब तक नहीं हो सकी है। इन्हीं के बैच के दो डीएसपी विजय आशीष कुजूर व अरविंद सिंह आइपीएस संवर्ग के लिए योग्य हैं।

छानबीन में इसके पीछे की सिर्फ एक ही वजह सामने आई है। दरअसल, द्वितीय झारखण्ड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) परीक्षा में नियुक्ति घोटाले की जांच सीबीआइ कर रही है। इस परीक्षा के पांच डीएसपी को अब तक सीबीआइ से क्लियरेंस नहीं मिल सका है, यानी उनकी सेवा संपुष्ट नहीं हो सकी है। यही वजह है कि द्वितीय जेपीएससी से योग्य दो डीएसपी, तृतीय जेपीएससी के योग्य 38 डीएसपी और खेल कोटा से प्रोन्नत दो डीएसपी यानी कुल 42 योग्य डीएसपी की सूची आइपीएस संवर्ग में प्रोन्नति के लिए भेजने में सरकार ऊहापोह में है।

इनके अलावा दारोगा से स्पोर्ट्स कोटा से डीएसपी में प्रोन्नत सरोजि‍नी लकड़ा व एमेल्डा एक्का भी आइपीएस संवर्ग में प्रोन्नति का इंतजार कर रही हैं। इनके अलावा तृतीय जेपीएससी के 38 डीएसपी साढ़े ग्यारह साल की सेवा कर चुके हैं। जबकि, डीएसपी से आइपीएस संवर्ग में प्रोन्नति के लिए डीएसपी संवर्ग में आठ साल की सेवा देना अनिवार्य है। इस तरह ये डीएसपी एक जनवरी 2019 से ही आइपीएस संवर्ग के लिए योग्य बने बैठे हैं।

पांच साल में सेवानिवृत्त हो गए डीएसपी से प्रोन्नत 25 आइपीएस अधिकारी

झारखण्ड में राज्य पुलिस सेवा से प्रोन्नत आइपीएस अधिकारियों का कुल 45 पद है। वर्ष 2016 के बाद अब तक किसी को आइपीएस में प्रोन्नति नहीं मिली। मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2017 से अब तक राज्य पुलिस सेवा से आइपीएस में प्रोन्नत 25 अधिकारी सेवानिवृत्त हो गए।

इधर इस संदर्भ में सतीश चंद्र झा, महासचिव, झारखण्ड पुलिस सर्विस एसोसिएशन,का कहना है कि पुलिस मुख्यालय का एक बार फिर ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा कि प्रोन्नति के मुद्दे पर एक बार फिर विचार किया जाए।

रिपोर्ट:साभार-DJ