Ranchi:मुखिया के नाम पर बुक डिस्ट्रीब्यूटर से 7.15 लाख की स्कूली किताबें खरीदा,पैसे मांगने पर संचालक को जान से मरवाने की धमकी,मामला दर्ज
–पुस्तक पथ अपर बाजार स्थित बुक डिस्ट्रीब्यूटर सनातन बुक्स के संचालक राम प्रकाश तिवारी ने चार के विरुद्ध दर्ज कराई है प्राथमिकी, गुमला व लोहरदगा के चार पर धोखाधड़ी का आरोप
राँची।खुद को मुखिया बता राँची के एक बुक डिस्ट्रीब्यूटर से 7.15 लाख रुपए मूल्य की स्कूली किताबें खरीद पैसे वापस नहीं देने और मांगने पर जान से मरवाने की धमकी देने का मामला सामने आया है। इस संबंध में अपर बाजार पुस्तक पथ स्थित सनातन बुक्स के संचालक राम प्रकाश तिवारी ने कोतवाली थाना में चार के विरुद्ध धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने की प्राथमिकी 12 जुलाई को दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में जिन्हें आरोपी बनाया गया है उनमें लोहरदगा सेनहा निवासी विष्णु उरांव, अनिता उरांव, गुमला गम्हरिया निवासी समीर उरांव और गम्हरिया गुमला निवासी समीर उरांव की पत्नी शामिल है। मामला 10 मार्च 2019 का ही है। कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज कर मामले के अनुसंधान के लिए एएसआई अखिलेश्वर पांडेय को जांच अधिकारी बनाया गया है।
पत्नी व और एक व्यक्ति को स्कूल का प्राचार्य बना लाए थे खुद को मुखिया कहने वाले आरोपी
दर्ज प्राथमिकी में आरोप है कि 10 मार्च 2019 को सनातन बुक्स में विष्णु उरांव आए, खुद को सेंदा पंचायत लोहरदगा जिला का मुखिया बताया। उनके साथ एक अन्य व्यक्ति समीर उरांव थे। जिन्हें विष्णु उरांव ने बताया कि वे विरांगना सिनगी दाई बाल विकास विद्यालय बाला खरंका गम्हरिया के प्राचार्य है। साथ में एक महिला अनिता उरांव और समीर उरांव की पत्नी भी थी। सभी राम प्रकाश तिवारी की दुकान में आकर कक्षा नर्सरी से आठवीं तक के बच्चों की किताबें देखी। फिर विद्यालय के नाम पर किताबों का आर्डर लिखवाया। इसके बाद दोबारा सभी 13 मार्च 2019 को उनके बुक स्टोर में आए और जिन किताबों का आर्डर दिया था उसका मिलान कर पैकिंग करवाया। किताबों का कुल बिल सात लाख 15 हजार 420 रुपए हुआ। विष्णु उरांव और समीर उरांव ने राम प्रकाश तिवारी को कहा कि एक महीने के अंदर पूरा बिल चुकता कर देंगे। चूंकि राम प्रकाश तिवारी की दुकान से अक्सर किताबें उधार जाती है इसलिए उन्हें भी उधार दे दिया। एक माह बाद जब पैसे नहीं मिले तब उन्होंने पैसे की मांग शुरू की।
पैसे मांगने पहुंचे लोहरदगा तो पता चला खुद को मुखिया बताने वाला धोखाधड़ी में गया है जेल
जब राम प्रकाश तिवारी अपने पैसे लेने लोहरदगा पहुंचे, तो पता चला कि विष्णु उरांव जो खुद को मुखिया बता, किताबें ले गया वह जालसाजी और धोखाधड़ी मामले में जेल में है। उसकी पत्नी ने बताया कि जब वे जेल से छूट कर आएंगे तब भुगतान कर देंगे। कुछ महीने बाद फिर राम प्रकाश तिवारी लोहरदगा उसके घर पहुंचे। तब विष्णु उरांव ने कहा कि जब पैसे होंगे तब देंगे। ज्यादा तगादा किया तो परिणाम बुरा होगा। राम प्रकाश तिवारी को यह भी धमकी मिली की दोबारा पैसे के लिए तगादा करने आए तो वापस लौट कर राँची भी नहीं जा पाएंगे। अपराधियों से जान मरवाने की धमकी भी उन्हें दी गई। इसके बाद उन्होंने चारों के विरुद्ध कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।