पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या:पंचायत ने हत्या जैसे संगीन मामले में 55 डिसमिल जमीन देने का आदेश जारी कर मामला रफा-दफा कर दिया,पत्नी और प्रेमी गिरफ्तार,मुखिया समेत कई फरार
झारखण्ड न्यूज टीम
अररिया।बिहार के अररिया जिले में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते हटा दिया।उसके बाद पंचायत ने मृतक के परिजनों को जमीन देने की बात कहकर मामला रफा दफा कर दिया था।ये खुलासा जांच के बाद पुलिस ने किया है।।ये मामला महलगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत चल्हनिया पंचायत कासिम टोला में पत्नी शमा परवीन ने गांव के ही अपने प्रेमी ओबेदुल्ला के साथ मिलकर पति नौशाद आलम की एक जुलाई की शाम हत्या कर दी थी। मृतक नौशाद आलम की माँ साबरा खातून ने महलगांव थाना में बहू और उसके प्रेमी ओबेदुल्ला उर्फ मुन्ना सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। महलगांव थानाध्यक्ष गुलाम शाहबाज आलम व पुलिस अधिकारियों ने सूचना के आधार पर शनिवार को छापामारी कर हत्यारिन पत्नी शमा परवीन उसके प्रेमी ओबेदुल्ला उर्फ मुन्ना को गिरफ्तार कर लिया
एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया को बताया कि ओबेदुल्ला का नौशाद की पत्नी शमा परवीन के साथ अवैध संबंध था। इस कारण नौशाद को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी और उसके प्रेमी ने साजिश रची। फिर एक जुलाई की रात नशे की दवा खिलाकर पत्नी ने पहले नौशाद को सुला दी। फिर काल कर मुन्ना को बुलाकर नौशाद की बेरहमी से हत्या कर दी। एसडीपीओ ने बताया कि आनन-फानन में स्थानीय मुखिया सहित अन्य पंचों ने मिलकर नौशाद के शव को स्थानीय कब्रिस्तान में दफना दिया। नौशाद के बच्चों को 55 डिसमिल जमीन देने का फैसला पंचायत में पारित हुआ जिसे हत्यारों ने नहीं दिया। इस कारण मृतक की माँ साबरा खातून ने महलगांव थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई थी।
एसपी के निर्देश पर हत्या के 5 दिन बाद कब्रिस्तान से शव को निकालकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। हत्या के बाद से हत्याकांड के बाद से शमा परवीन,ओबेदुल्ला, साकिब, संजीदा सहित सभी आरोपी फरार थे। थानाध्यक्ष गुलाम शाहबाज आलम ने काफी जद्दोजहद के बाद मुख्य आरोपी शमा परवीन और ओबैदुल्लाह को गिरफ्तार करने में सफल रहे। आवश्यक पूछताछ के बाद दोनों को सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया । वहीं एसडीपीओ ने बताया कि हत्या जैसे संगीन मामलों में पंचायत कर रफा-दफा करने वालों के खिलाफ भी पुलिस अनुसंधान जारी है। स्थानीय मुखिया सहित और भी लोग पंचायत में शामिल थे। दोनों की गिरफ्तारी से नौशाद के परिजनों, गांव वाले व रिश्तेदारों ने राहत महसूस किए हैं।