Ranchi:मिट्टी निकालने के दौरान दो युवती मिट्टी के नीचे दब गई,दोनों की मौत
राँची।जिले के इटकी प्रखंड के भंडरा गांव में दीपावली पर्व की खुशी सोमवार को मातम में बदल गई। गांव के पोतनी मिट्टी स्थल पर सफेद पोतनी मिट्टी निकालने गई दो आदिवासी युवतियों की मिट्टी के मलबे से दबकर मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि घटना सोमवार को दिन के लगभग ढाई बजे की है। मृतकों में भंडरा गांव के चारो उरांव की पुत्री शांति उरांव 20 वर्ष और चरवा उरांव की पुत्री रामी उरांव 35 वर्ष हैं। घटना उस समय घटी जब दोनों युवतियां मिट्टी के एक टीले के नीचे बने सुरंगनुमा गड्ढे से मिट्टी निकाल रही थी। उसी दौरान लगभग 15 फीट ऊंचा और 25 फीट लंबा मिट्टी का मलबा दोनों के ऊपर गिर गया। दोनों युवतियां घंटों मिट्टी से दबी रहीं। इधर, युवतियों के दबने की जानकारी मिलते ही दर्जनों ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े, जबतक लोग दोनों को बाहर निकालते उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में ले लिया। दोनों शव मंगलवार को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजे जाएंगे।
इधर घटना की सूचना पर विधायक बंधु तिर्की, सीओ रश्मि लकड़ा, बीडीओ गौतम कुमार साहू घटनास्थल पर पहुंचे। पारिवारिक लाभ योजना के तहत मृतकों के परिजनों को तत्काल राहत स्वरूप पांच-पांच हजार रुपये नगद और 25-25 किलो चावल उपलब्ध कराया गया। विधायक ने दोनों के परिजनों को सांत्वना दी, इसके बाद विधायक और अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया।
दीपावली की खुशी मातम में बदली
चार नवंबर को दीपावली है, इस पर्व से पहले घर की पुताई करने के लिए रामी उरांइन और शांति उराइन सोमवार को दिन के दो बजे मिट्टी लाने पहुंची थी। लेकिन दीपावली आने से पहले ही दोनों के घर मातम पसर गया। बेटी की मौत से दुखी शांति की मां बार बार अचेत हो जा रही थी। वहीं रामी की बहन और परिजन चीत्कार मारकर रो रहे थे।