जेल में चटनी डॉन समेत दो महिला कैदी ने आत्महत्या की कोशिश की,दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है

जमशेदपुर।झारखण्ड के पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर घाघीडीह सेंट्रल जेल से घाटशिला जेल भेजी गई दो महिला बंदियों काशीडीह की श्वेता व सोनारी ग्वाला बस्ती की चटनी डॉन ने मंगलवार को आत्महत्या करने की कोशिश की है। दोनों की हालत चिंताजनक है।मिली जानकारी के अनुसार चटनी डॉन ने जहां सीसा पी लिया, वहीं श्वेता दास ने जेल की दीवारों से अपना सिर फोड़कर खुद को लहूलुहान कर लिया।दोनों को इलाज के लिए पहले घाटशिला अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया,उसके बाद उन्हें एमजीएम अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन घाटशिला जेल प्रशासन ने श्वेता दास और प्रिया सिंह को एमजीएम अस्पताल लाने के बजाय बीच रास्ते से वापस हो गया।

बताया जा रहा है कि श्वेता अपने पति की हत्या के मामले में पिछले 5 वर्षों से जेल में बंद है।वहीं प्रिया सिंह उर्फ चटनी डॉन की माँ बेबी सिंह ने बताया कि उनकी बेटी रंगदारी के एक मामले में घाघीडीह जेल में बंद थी।करीब 2 माह पहले प्रिया सिंह, श्वेता सिंह और 4 अन्य महिलाओं को घाघीडीह सेंट्रल जेल से यह कहकर घाटशिला शिफ्ट किया गया की डेढ़ माह के बाद उन्हें वापस बुला लिया जाएगा।लेकिन 2 माह बीत जाने के बावजूद उन्हें वापस नहीं लाया गया।

‌श्वेता सिंह पति की हत्या के मामले में व चटनी डॉन रंगदारी मामले में है जेल में बंद

बेबी सिंह का कहना है कि घाटशिला जेल में बंदियों को भारी कष्ट का सामना करना पड़ता है। ना तो समय पर पानी और बिजली ही मिलती है पूरे जेल का टॉयलेट और बाथरूम पूरी तरह से गंदा रहता है।खाने पीने की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में इन बंदियों ने डेढ़ माह के बाद फिर से घाघीडीह जेल शिफ्ट करने की मांग की। प्रिया सिंह अपनी मांग को लेकर अनशन पर बैठ गई।जबकि अन्य महिलाओं ने भी घाघीडीह जेल शिफ्ट करने की मांग रखी।आज सुबह श्वेता सिंह ने अपने गले पर कई जगह ब्लेड मार लिया है। उसके शरीर से काफी खून का रिसाव हुआ।जबकि प्रिया सिंह उर्फ चटनी डॉन ने कांच निगल कर आत्महत्या करने की कोशिश की है।डॉक्टरों ने दोनों की हालत को गंभीर बताया है। पहले उनकी चिकित्सा जेल के मेडिकल वार्ड में कराई गई।बाद में उन्हें एमजीएम हॉस्पिटल शिफ्ट कर दिया गया।

बता दें चटनी डॉन ने अपनी गिरफ्तारी के बाद सोनारी थाना में भी अपना नस काटकर आत्महत्या की कोशिश की थी।बाद में उसकी चिकित्सा एमजीएम अस्पताल में करायी गयी।यह दूसरी बार है, जब उसने आत्महत्या की कोशिश की है।

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