अवैध वसूली को लेकर आपस में भीड़ गया थानेदार और थाना के वाहन चालक (होमगार्ड का जवान) दोनों में मारपीट को लेकर इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है
पटना।बिहार के सीवान जिले के सिसवन थाने में ड्यूटी के दौरान थानेदार और होम गार्ड के जवान सह वाहन चालक के बीच जमकर मारपीट हो गई। थाने में लोगों की सुरक्षा के लिए मुस्तैद किए गए पुलिसकर्मियों द्वारा आपस में मारपीट की घटना के बाद क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। थानाध्यक्ष कुमार वैभव ने चालक परशुराम मांझी पर मनमानी करने का आरोप लगाया है तो चालक ने पशु तस्करी वाले वाहन से रुपये वसूलने के आरोप लगाया है।इन दोनों के आरोप प्रत्यारोप से यह मामला तो साफ झलकने लगा है की झगड़ा का मुख्य कारण अवैध धंधेबाजों से वसूली का है। इस घटना में बाद थानाध्यक्ष अपने इलाज में व्यस्त है तो चालक वरीय अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर थाना के सामने आमरण अनशन पर बैठ गया।
इधर सिसवन थानाध्यक्ष कुमार वैभव ने घटना के संदर्भ में स्टेशन डायरी मेंटेन करते हुये लिखा है कि 31 मई की रात 00-30 बजे रात्रि गश्ती पदाधिकारी सअनी शिवमंगल राम,पुलिस बल एवं सरकारी गाड़ी को छापेमारी मे सहयोग करने के लिये मोबाइल पर सूचना देकर सिसवन बाजार पर बुलाया गया तो पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि चालक परशुराम मांझी द्वारा नही लाया गया। इस बात पर मैने उनसे कहा कि मालिक पदाधिकारी है या चालक तो इसी बात पर चालक में मेरे वर्दी का कालर पकड़ कर लप्पड़ थप्पड़ से मारपीट करते हुये पटक दिया। जिसकी वजह से में घायल हो गया।
वहीं सिसवन थाना में चालक के रुप पदस्थापित परशुराम माझी का कहना है कि बीते 31 तारीख की रात को करीब 1:00 बजे थाना में पदस्थापित एएसआई शिवमंगल राम व हॉमगार्ड के जवान के साथ रात्रि गश्त में निकला था और हमारे गाड़ी के आगे थानाध्यक्ष की गाड़ी थी दूसरी तरफ से मवेशी से लदी गाड़ी आ रही थी जिससे थाना प्रभारी ने 300 रुपया ले लिया जब मैंने पूछा कि सर मेरी ड्यूटी है आपने क्यों पैसा लिये इसी पर थानाध्यक्ष कुमार वैभव नाराज होकर मेरा कालर पकड़कर मेरे साथ गाली गलौज करने लगे तथा मुझे मारने लगे और मेरा पैकेट फाड़ दिए।