केस करने वाला बेटा ही निकला हत्यारा,जायदाद के लिए पुत्र ने ली पिता की जान….पुलिस की जांच में पकड़ा गया आरोपी बेटा ….
साहिबगंज।झारखण्ड के साहिबगंज जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत बलुआ दियारा में 28 जुलाई की रात राजेंद्र यादव नामक व्यक्ति की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है।इस मामले में पुलिस ने केसकर्ता रामकुमार यादव को अपने पिता की साजिश रचकर हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।पुलिस लाइन स्थित एसपी कार्यालय में बुधवार को एसपी नौशाद आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी। एसपी ने बताया कि 28 जुलाई को घटना हुई थी।जिसमें गोली लगने से राजेंद्र यादव (65 वर्ष) की मौत हो गयी थी।उसके पुत्र रामकुमार यादव के फर्द बयान के आधार पर 29 जुलाई को मुफस्सिल थाना में कांड संख्या 77/23 के तहत बलुआ दियारा निवासी सोनू मंडल, उमेश मंडल व बोरियो थाना के लालमाटी निवासी गौरव तिवारी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।
फर्द बयान में रामकुमार यादव ने बताया था कि 28 जुलाई की रात 10 बजे के करीब अपने पिता राजेंद्र यादव के साथ बाइक से बलुआ दियारा स्थित बथान जा रहा था इसी बीच महादेवगंज और बलुआ दियारा के बीच छोटी पुलिया के पास अपराधियों ने पीछे से पीठ में गोली मार दी।एसपी ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि जांच के लिए सदर एसडीपीओ राजेंद्र दुबे के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया।एसआईटी ने पेशेवर व तकनीकी तरीके से किये गए अनुसंधान में पाया कि केसकर्ता रामकुमार ने ही साजिश के तहत अपने पिता की हत्या करवाई थी।पुलिस की कार्रवाई में पुलिस ने घटना में इस्तेमाल बाइक व गोली का खोखा बरामद किया गया है। छापामारी अभियान में मुफस्सिल थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश, एसआई वाजिद अली, प्रणीत पटेल, सतीश कुमार सोनी व सशस्त्र बल मौजूद रहे।
साहिबगंज एसपी नौशाद आलम ने बताया कि कांड का वादी रामकुमार कर्ज में डूबा हुआ था।उसने अपने हिस्से की जमीन पूर्व में बेच दी थी।कर्ज चुकाने के लिए पिता को जमीन बेचने के लिए दबाव बना रहा था। लेकिन उसके पिता तैयार नहीं थे।वादी के अनुसार उसके पिता को गोली पीठ की तरफ से मारी गई थी जबकि पंचनामा में गोली सामने छाती की तरफ से मारे जाने की बात समाने आयी। इसके अलावा रामकुमार के द्वारा थाना में दिये गये नाम में किसी का भी टावर लोकेशन वारदात की रात वहां पर नहीं पाया गया।वारदात से पूर्व रामकुमार ने अपने एक मित्र से 3-4 गोली की व्यवस्था करने को कही थी।साथ ही वो अपने मित्रों से गौरव तिवारी के पिता का नाम पूछताछ कर रहा था उसने वारदात के दिन ऐसे रास्ते का इस्तेमाल किया जो बिल्कुल सुनसान था वहीं आगे सड़क निर्माण कार्य चल रहा था।
एसपी ने बताया कि रामकुमार यादव ने गौरव तिवारी से 27 हजार, उमेश व सोनू मंडल की भाभी से 2 लाख 30 हजार रुपया व गहना कर्ज के तौर पर लेने की बात बताई।उन्होंने बताया कि वारदात की रात अपने पिता को घर से महादेवगंज स्थित क्रशर जहां वे नाईट गार्ड थे, वहां ले जाने की बजाए बलुआ दियारा ले जा रहा था रामकुमार यादव का अपने पिता से अच्छा संबंध नहीं था।लेकिन वारदात के दो दिन पूर्व उसने पिता के साथ मधुर संबंध बनाया लिये थे।