Ranchi:नौकरी का झांसा देकर नेटवर्किंग कंपनी ने नाबालिग लड़कियों को बनाया था बंधक,लोगों ने पुलिस के सहयोग से छुड़ाया,चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा
राँची।अल्ट्रा वर्ल्ड इंटरनेशनल प्राइवेट कंपनी में नेटवर्किंग कराने के नाम पर गोमिया प्रखंड की करीब बीस नाबालिग लड़कियों को राँची में बंधक बनाया गया था।इनमें गोमिया प्रखंड अंतर्गत जरकुंडा की दो, चिदरी की चार, कोनार डैम की एक, बलकमका की एक, तुलबुल की एक तथा चैनपुर की एक लड़की सहित अन्य क्षेत्र की लड़कियां शामिल थीं. इन्हें मुक्त करा लिया गया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बताया गया कि राँची की नेटवर्किंग कंपनी में बंधक बनाये जाने की जानकारी जब होसिर के भाजपा नेता देवनारायण प्रजापति को मिली, तो गंभीरता दिखाते हुए इसकी सूचना राँची में एक समाजसेवी संजय मिनोच को दी।उन्होंने राँची पुलिस के सहयोग से पुंदाग ओपी क्षेत्र में छापामारी कर विष्णुगढ़ थाना के अचलगामु निवासी अविनाश कुमार समेत तीन अन्य सहयोगियों को राँची से गिरफ्तार कर लिया गया और सभी नाबालिग लड़कियों को उसके चंगुल से मुक्त कराया गया।सभी लड़कियों को शुक्रवार को राँची से गोमिया होसिर रथटांड़ स्थित देवनारायण प्रजापति के आवास में लाया गया, जहां से उनके परिजनों को सौंप दिया गया।वहीं इस मामले पर नाबालिग लड़कियों के लिखित आवेदन पर पुंदाग ओपी में मामला दर्ज कराया गया है।
बंधक से मुक्त होकर राँची से गोमिया पहुंचीं नाबालिग
लड़कियों ने बताया कि जनवरी में कोनार डैम निवासी काजल कुमारी एवं राधिका कुमारी ने राँची की एक नेटवर्किंग कंपनी अल्ट्रा वर्ल्ड इंटरनेशनल प्राइवेट कंपनी में ऑनलाइन मार्केटिंग, कपड़ा पैकिंग एवं कम्प्यूटर सीखने की बात कह बुलाईं।जब वहां गईं, तो कंपनी का आईडी कार्ड बनाने व अन्य सुविधाओं के लिए लड़कियों से पांच- पांच हजार रुपये लिये गये। पैसे देने के बाद न कोई काम नहीं दिया और ना ही पैसे. जब इस संबंध में कंपनी के अविनाश और काजल तथा राधिका से वेतन की मांग की तो कहने लगे कि किस बात का पैसा मिलेगा और एक कमरे में बंद कर दिया।केवल दो टाइम खाना मिलता था,जो बाहर से आता था।परिवार के लोगों से बात भी नहीं करने दिया जाता था।किसी तरह गुरुवार को छत पर चढ़कर मामले की जानकारी घर वालों को दी।तब जाकर काफी प्रयास से पुलिस की मदद से उन्हें छुड़ाया गया।
भाजपा नेता देवनारायण प्रजापति ने कहा कि झारखण्ड में नौकरी लगाने के नाम पर गिरोह चलाया जा रहा है।इसके झांसे में आकर भोले-भाले लड़के व लड़कियां ठगी के शिकार हो रहे हैं. उन्होंने झाऱखण्ड सरकार से इस पर पहल करते हुए ऐसे जालसाज कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।वहीं संजय मिनोचा ने कहा कि समय पर इन लड़कियों के बंधक बनाने की सूचना नहीं मिलती तो किसी तरह की अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता था।ऐसे ही राज्य मानव तस्करों के चंगुल में सीधे साधे गरीब परिवार की लड़कियाँ फंस जाती है और मानव तस्कर इसका फायदा उठाकर मानव तस्करी करते है।