दिन में चलता था होटल,रात में होता था देह-व्यापार का धंधा,पति-पत्नी गिऱफ्तार,दो नाबालिग लड़की मुक्त कराया,दो ग्राहक धराया
साहिबगंज।झारखण्ड के साहिबगंज जिले के बोरियो प्रखंड मुख्यालय से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर साहिबगंज जाने वाले मुख्य मार्ग पर चांदनी चौक स्थित झोपड़ीनुमा होटल में देह व्यापार चल रहा था। मंगलवार को पुलिस ने गणेश नामक होटल में छापेमारी कर इसका खुलासा किया।यहां से दो पहाड़िया नाबालिग लड़की व दो मुस्लिम समुदाय के पुरुष को पकड़ा। पकड़े गए पुरुष में एक नाबालिग बताया जा रहा है। पकड़ा गया एक युवक मुजफ्फर अंसारी बेल टोला का रहनेवाला है। वह हाट-बाजार में चूड़ी की दुकान लगाता था। दोनों किशोरी बोरियो थाना क्षेत्र के ही रहनेवाली हैं। इसके अलावा, होटल संचालक 64 वर्षीय विश्वनाथ साह व उसकी पत्नी 61 वर्षीय प्रतिमा देवी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
दिन में चलता था होटल, रात में होता था धंधा
पुलिस ने वहां से कंडोम आदि भी बरामद किया है। बताया जाता है कि दिन में वहां होटल चलता था, जबकि रात में देह व्यापार होता था। होटल के पीछे के भाग में सात कमरे बने हुए हैं, जिसे 300 रुपया प्रति रात के हिसाब से भाड़े पर दिया जाता था। पुलिस को विगत कुछ दिनों पूर्व इसकी सूचना मिली। इसके बाद मंगलवार की रात थाना प्रभारी जगरनाथ पान,एएसआइ करुण कुमार राय एवं एसआइ सुषमा कुमारी की अगुवाई में छापेमारी की गई।
लाकडाउन के समय में हुई थी होटल की शुरुआत
इस मामले में थाना प्रभारी जगरनाथ पान के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है। होटल की शुरुआत विश्वनाथ साह के पुत्र उमेश साह ने 2020 में लाकडाउन में की थी। उमेश साह अरुणाचल प्रदेश में मछली का व्यापार करता है। वर्तमान में वह अपने माता-पिता को होटल का कारोबार सौंप कर अरुणाचल कमाने चला गया।
बोरिया मानव तस्करी के लिए चर्चित
मालूम हो कि बोरियो का इलाका मानव तस्करी के लिए भी चर्चित है। कुछ लोग इलाके के भोली-भाली आदिवासी लड़कियों को बहला-फुसलाकर महानगरों में ले जाते हैं और वहां उन्हें बेच देते हैं। एक सितंबर 2022 को बोरियो बस स्टैंड के विश्राम गृह से बोरियो पुलिस ने छह किशोरी व एक किशोर को बरामद किया था।सभी को मानव तस्करी के द्वारा दिल्ली ले जाने की तैयारी थी। क्षेत्र के कुछ प्रबुद्ध लोगों की नजर पड़ने की वजह से सभी नाबालिग बच्चियां बिकने से बच गयीं। हालांकि, इस मामले में शामिल लोगों को पुलिस चिह्नित नहीं कर सकी।
इलाके की आदिवासी युवतियों से शादी करने का है फायदा
इसके अलावा,लोग आदिवासी किशोरियों से शादी कर आदिवासियों को मिलनेवाली सरकारी सुविधाओं का लाभ भी प्राप्त करते हैं। एक अनुमान के मुताबिक गत अप्रैल-मई में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आदिवासी महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों में से आधे से अधिक पर वैसी महिलाएं विजयी हुई,जिन्होंने मुस्लिम समुदाय के युवक से शादी की है।
काफी तेजी से बढ़ रहा धंधा
साहिबगंज जिले में देह व्यापार काफी तेजी से बढ़ रहा है। एक अनुमान के मुताबिक, पांच हजार से अधिक महिलाएं व युवतियां इस धंधे में शामिल हैं। जिरवाबाड़ी ओपी क्षेत्र के लोहंडा गांव से 31 मार्च को पुलिस ने देह व्यापार के आरोप में तीन महिला व एक युवती को पकड़ा था।ओपी से महज दो किलोमीटर की दूरी पर यह धंधा फलफूल रहा था। इसकी सूचना मिलने के बाद महिला पुलिस पदाधिकारी की मौजूदगी में वहां छापेमारी की गई। पुलिस को देखकर वहां मौजूद दो-तीन पुरुष भाग गए जबकि चार महिलाएं पकड़ी गईं।
धंधे में लिप्त एक महिला की जेल में मौत
एक महिला विगत एक माह से किराए पर मकान लेकर वहां रह रही थी। वहां वह बाहर से महिलाओं को बुलाती थी तथा देह व्यापार कराती थी। देह व्यापार के आरोप में पकड़ी गई तीन महिलाएं बिहार राज्य के भागलपुर जिला की रहने वाली थीं। एक अन्य महिला साहिबगंज के लोहंडा गांव की रहने वाली थी। गिरफ्तार एक महिला की मौत जेल में ही बीमारी की वजह से हो गयी थी।