Jharkhand:साक्ष्य छुपाने के लिए 150 किलोमीटर की दूरी पर फेंका शव,एसएसपी के निर्देश पर एसडीपीओ ने खोज निकाले हत्यारे और अंजान शव की पहचान
राँची।पत्नी से देवानंद का था अवैध संबंध फिर क्या पति ने हत्या कर शव 150 किलोमीटर ले जाकर फेंक दिया।अवैध सम्बन्ध के चलते हुई थी देवानंद की हत्या।गौरतलब है कि बीते सात फरवरी को दशम फॉल थाना क्षेत्र के तैमारा घाटी स्थित सेल्फी प्वाइंट से बरामद हुआ अज्ञात शव की पहचान देवानंद मांझी के रूप में हुई।एकदम ब्लॉन्ड मामला था लेकिन एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा के निर्देश पर एसडीपीओ बुंडू अजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने इस हत्याकांड का खुलासा कर लिया है।एसएसपी ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि देवानंद का एक महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिस वजह से उसके पति ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जमशेदपुर के सुंदरनगर में उसकी हत्या कर दी।और साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से देवानंद के चेहरे को जला दिया फिर उसके शव को 150 किलोमीटर दूर तैमारा घाटी स्थित सेल्फी प्वाइंट के पास खाई में फेंक दिया था।इस मामले में पुलिस ने कारवाई करते हुए महिला के पति समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
खाई से बरामद हुआ था शव:
राँची टाटा रोड के तैमारा घाटी स्थित सेल्फी प्वाइंट पर बीते सात फरवरी को अज्ञात व्यक्ति शव बरामद हुआ था. शव के हाथ में देवानंद लिखा हुआ था. पुलिस की जांच में मृतक की पहचान देवानंद मांझी के रूप में हुई और वो मूल से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला का रहने वाला था. लेकिन वो जमशेदपुर में रहता था. आरोपियों ने साक्ष्य छिपाने के लिए देवानंद की हत्या कर शव को तैमारा घाटी में ठिकाने लगा दिया गया था. शव को बोलेरो से लाकर तैमारा घाटी में फेंक दिया गया था।इससे पहले उसके चेहरे जला दिया गया था।
एसडीपीओ अजय कुमार ने खोज लिया अपराधियों को और मृतक़ की पहचान
एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा के दिशा निर्देश पर एसडीपीओ अजय कुमार ने एक हप्ते में खोज ली मृतक़ का पहचान।दरअसल एसडीपीओ ने बरामद शव को लेकर चार जिले के सभी थाना से सम्पर्क करना शुरू किए।किस थाना से कौन कौन लापता है।जिसमे राँची, खूंटी, सरायकेला और जमशेदपुर में पता लगाना शुरू किए।आखिर इनकी मेहनत रंग लाई और आदित्यपुर थाना से देवानंद की गुमशुदी का पता चला।जो उसके परिजन ने 31 जनवरी 2021 को थाना में आवेदन दिया था।इसके बाद एसडीपीओ अजय कुमार ने एसएसपी के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए बड़ा खुलासा किया है।इस मामले में आरोपी ने अपनी ओर से साक्ष्य छुपाने की भरपूर कोशिष की है।लेकिन एसएसपी और उनके सबसे तेज तर्रार एसडीपीओ को धोखा नहीं दे सका।आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया।
राँची पुलिस ने की थी पहचान की अपील:-
राँची-टाटा रोड के तैमारा घाटी स्थित काली मंदिर से बुंडू जाने वाले रास्ते पर मिली अज्ञात सड़ी-गली शव की पहचान के लिए राँची पुलिस ने अपील की थी. शव के हाथ में बने टैटू, जिसमें देवानंद लिखा है, उस टैटू से पहचान की अपील की गई थी. पुलिस की ओर से बताया गया था कि अज्ञात शव की उम्र करीब 35 वर्ष के करीब है.दाएं हाथ में एक टैटू बना है। इसमे देवानंद लिखा हुआ है. इस टैटू के जरिए पहचान की अपील की गई थी. शव के आसपास से एक ब्लू रंग का हेलमेट, एक प्लेयर लिखा ब्लू चप्पल बरामद किया गया था. पहचान होने पर एसएसपी रांची के मोबाइल नंबर 9431706136, ग्रामीण एसपी रांची के मोबाइल नंबर 9431706138, एसडीपीओ बुंडू के मोबाइल नंबर 9431706144, बुंडू इंस्पेक्टर के मोबाइल नंबर 9431706191, दशमफॉल थाना के मोबाइल नंबर 9431706155 पर सूचना देने की अपील की गई थी।