जज हत्याकांड मामला:सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर मुख्य सचिव व डीजीपी से रिपोर्ट मांगी है
राँची।झारखण्ड में धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। झारखण्ड के मुख्य सचिव व डीजीपी से एक हफ्ते में रिपोर्ट तलब की गयी है।सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी।धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ता विकास सिंह ने जस्टिस चंद्रचूड़ की अध्यक्षा वाली बेंच के समक्ष ये मामला उठाते हुए स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया था।इसके साथ ही इस मामले की सीबीआई से जांच कराने का आग्रह किया था।आज सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान ले लिया है।
बता दें कि झारखण्ड के धनबाद के एडीजे-आठ उत्तम आनंद की मौत में शामिल दो संदिग्धों को धनबाद थाना पुलिस ने गिरिडीह पुलिस के सहयोग से मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत डांडीडीह से गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार संदिग्धों में धनबाद के जोड़ापोखर डिगवाडीह का रहनेवाला राहुल वर्मा और लखन वर्मा हैऑटो चालकों की गिरफ्तारी में गिरिडीह पुलिस की टेकनिकल सेल की टीम और धनबाद पुलिस की टेक्निकल टीम की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही।पुलिस की टीम को जब इस मामले की जानकारी मिली,तो पुलिस ने गिरफ्तारी को लेकर धनबाद से लेकर गिरिडीह तक पुलिस की टीम को अलर्ट कर दिया गया था।
आपको बता दें कि झारखण्ड हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए गंभीर टिप्पणी की है और कहा है कि राज्य में पिछले एक साल से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है।अपराधियों पर कोई लगाम नहीं है।अपराधियों को कोई डर-भय नहीं है।लॉ एंड ऑर्डर के मामले में नागालैंड से बदतर स्थिति झारखंड की हो गई है।खंडपीठ ने घटना की सीसीटीवी फुटेज देखते हुए कहा कि कोई बच्चा भी देखेगा तो बता सकता है कि पीछे से धक्का लगेगा तो आगे के बल गिरेगा, लेकिन जज आनंद बायीं तरफ कैसे गिरे।जरूर कोई टैंपू में बैठा हुआ था जिसने जज पर हमला किया है।
धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद हर दिन की तरह बुधवार को भी मॉर्निंग वॉक पर निकले थे।रणधीर वर्मा चौक के पास पीछे से जा रहे ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी. इससे वह सड़क पर गिर पड़े. वहां से गुजर रहे लोगों ने आनन-फानन में उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMMCH) पहुंचाया।जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।इसके बाद इस मामले में एसआईटी गठित की गयी।