5 दिनों तक ईडी जेएमएम नेता और जमीन कारोबारी से करेगी पूछताछ: हेमन्त सोरेन से जुड़े जमीन घोटाले में लाखों रुपए लिए;सद्दाम की डायरी से खुलासा….
राँची।झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े 8.86 एकड़ जमीन फर्जीवाड़े मामले में जेएमएम नेता अंतू तिर्की, जमीन कारोबारी विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय और इरशाद अख्तर से ईडी 5 दिनों तक पूछताछ करेगी। कोर्ट में आज सभी की रिमांड पर सुनवाई हुई। जहां पीएमएलए कोर्ट ने सभी की 5 दिन की रिमांड दी। ईडी ने पूछताछ के लिए 7 दिन मांगे थे। रिमांड आवेदन में ईडी ने कहा है कि जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार सद्दाम हुसैन और अंतू तिर्की ने गलत तरीके से जमीन की खरीद-बिक्री की।इस केस में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। जांच एजेंसी का दावा है कि यह जमीन घोटाला काफी बड़ा होता जा रहा है। इससे पहले ईडी ने कोर्ट को बताया था कि पिछले साल बड़गाई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के घर से छापेमारी में मिले 17 मूल दस्तावेजों की जांच की गई, तो जमीन पर कब्जे से संबंधित बड़ा सिंडिकेट सामने आया। इसमें सद्दाम हुसैन, अफसर अली, भानु प्रताप, प्रियरंजन सहाय, बिपिन सिंह, अंतू तिर्की और अन्य की भूमिका सामने आई।
सद्दाम के घर से एक डायरी मिली है। इस डायरी में बरियातू स्थित भुइहरी प्रकृति की जमीन से संबंधित खाता नंबर 234 की कुछ जमीन की गलत तरीके से खरीद-बिक्री और रुपयों के लेन-देन के सबूत मिले हैं। डायरी में भारी मात्रा में नकद लेन-देन की जानकारी है, जो खाता संख्या 234 की जमीन के लिए सद्दाम और अंतू के बीच हुए थे।इस मामले में गिरफ्तार बुधवार को सभी को जेल भेज दिया गया था। जमीन घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भानु प्रताप, सद्दाम और अफसर के खिलाफ 30 मार्च को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी।
सद्दाम ने 6.34 एकड़ भुइहरी जमीन की फर्जी डीड बनाई
ईडी ने बताया कि पिछले साल 13 अप्रैल को सद्दाम के घर से साल 1940 का एक डीड नंबर 3985 मिला था। यह डीड 6.34 एकड़ जमीन की है, जिसमें खाता संख्या 234 के कई प्लॉट हैं। इनमें प्लॉट संख्या 989 की 84 डिसमिल व प्लॉट नंबर 996 की 32 डिसमिल जमीन भी शामिल है। दोनों प्लॉट हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.86 एकड़ जमीन का हिस्सा है। 1940 के उस डीड की सभी 6.34 एकड़ जमीन भुइहरी प्रकृति की है, जिसकी खरीद-बिक्री नहीं की जा सकती। सद्दाम व अफसर के साथ प्रियरंजन व बिपिन भी सिंडिकेट में शामिल थे।
कोर्ट को बताया गया कि सद्दाम, अफसर, भानु प्रताप, प्रियरंजन, बिपिन व इरशाद ने साल 1947 की डीड संख्या 3954 और साल 1940 की डीड संख्या 2376 फर्जी बनाई। इनमें एक फर्जी डीड 4.83 एकड़ जमीन की है, जो गाड़ी मौजा के खाता संख्या 53 की 37.10 एकड़ जमीन का हिस्सा है। सरकारी दस्तावेज की हेराफेरी में बिपिन व प्रियरंजन भी शामिल थे। 4.83 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए मूल पंजी-2 में हेराफेरी करने में इन्हें अफसर, भानु, शेखर कुशवाहा उर्फ शेखर महतो ने सहयोग किया था।
मंगलवार को ईडी ने अंतू तिर्की को गिरफ्तार किया था
ईडी ने मंगलवार को पूछताछ के बाद रात 12 बजे झामुमो नेता अंतू तिर्की और जमीन कारोबारी प्रियरंजन सहाय, इरशाद अख्तर और विपिन सिंह गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी ने बुधवार को इन्हें कोर्ट में पेश कर सात दिन की रिमांड मांगी। लेकिन कोर्ट बंद होने से सुनवाई नहीं हो पाई और सभी को न्यायिक हिरासत में होटवार जेल भेज दिया गया।