धोखाधड़ी की आरबीआई को ट्वीट करना पड़ा महंगा,साइबर अपराधियों ने अधिकारी बन फिर किया फोन व खाते से उड़ाए 1.14 लाख
–डोरंडा निवासी मो. शहजाद जफर को पहली बार 15 अप्रैल को बनाया था फर्जीवाड़ा शिकार, तब उन्होंने आरबीआई, फाइनांस मिनिस्टर और पीएमओ को ट्वीट कर दी थी जानकारी
राँची।फर्जीवाड़ा का शिकार बनने के बाद डोरंडा रहमत कॉलोनी निवासी मो. शहजाद जफर को आरबीआई में अपनी शिकायत करना महंगा पड़ गया। उन्हें साइबर अपराधियों ने आरबीआई का ही अधिकारी बन ठग लिया। उनके खाते से 1.14 लाख उड़ा लिए। मो. शहजाद 15 अप्रैल 2023 को फर्जीवाड़ा का शिकार हो गए थे। एटीएम से पैसे निकालने के दौरान उनके पैसे अटक गए थे, इसके बाद खाते से 10 हजार रुपए निकल गए थे। उन्होंने डोरंडा थाना में 10 हजार रुपए फर्जीवाड़ा की प्राथमिकी अप्रैल में दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उन्होंने आरबीआई, फाइनांस मिनिस्टर और पीएमओ को ट्वीट कर जानकारी दी थी कि उनकी शिकायत पर बैंक कार्रवाई नहीं कर रहा है। चार जून को एक बार फिर मो. शहजाद को साइबर अपराधियों ने उसी शिकायत पर कार्रवाई करने के नाम पर आरबीआई का अधिकारी बन फोन किया और उनके खाते से 1.14 लाख रुपए उड़ा लिए। मो. शहजाद जफर ने दूसरी बार डोरंडा थाना में फर्जीवाड़ा व साइबर ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
चार जून को आया फोन कहा आरबीआई से बोल रहा हूं
साइबर अपराधियों की नजर सोशल मीडिया पर इतनी बारीकी से है कि वे देख रहे है की कौन क्या कर रहा है। मो. शहजाद के ट्वीट पर ही उन्हें चार जून को फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि वह आरबीआई का अधिकारी बोल रहा है। आपने शिकायत की थी। मो. शहजाद ने कहा कि हां। फोन करने वाले ने रहा कि एक ओटीपी गया होगा, उसका जानकारी दे ताकि आपकी शिकायत पर कार्रवाई की जा सके। मो. शहजाद ने जैसे ही उसे ओटीपी दिया उनके खाते से फिर दो बार में 1.14 लाख रुपए निकाल लिए। पैसे निकलते ही वे समझ गए कि वे फिर साइबर अपराधियों की ठगी का शिकार हो गए है।