Ranchi:केंद्रीय शहरी मंत्रालय की योजना,लाइट हाउस प्रोजेक्ट का विरोध,स्थानीय लोगों ने आज अधिकारियों का विरोध किया.
राँची।केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना लाइट हाउस प्रोजेक्ट का विरोध शुरू हो गया है।यह प्रोजेक्ट एचईसी परिसर के आनी टोला में बनना है।प्रोजेक्ट के स्थल निरीक्षण के लिए 2 फरवरी को नगरीय निदेशालय के असिस्टेंट डायरेक्टर शैलेश प्रियदर्शी, नगर निगम से सिटी मैनेजर और मैजिक रेट कंपनी की टीम गई थी. स्थानीय लोगों ने टीम को स्थल निरीक्षण करने से रोक दिया। स्थानीय लोगों ने टीम को आनी टोला स्थित फुटबॉल मैदान से हटने को कहा। स्थानीय लोगों का कहना था कि इस जमीन पर वर्षों से रह रहे हैं।उनको उजाड़कर लाइट हाउस प्रोजेक्ट बनाना कहां का इंसाफ है
वहीं अफसरों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत यहीं के लोगों को कम कीमत पर मकान मिलेगा. सरकार उनके लिए ही मकान बनवाने जा रही है. स्थानीय लोगों ने अफसरों से बातचीत के बाद विरोध शुरू कर दिया. विरोध की खबर के बाद आसपास के सैकड़ों लोग एकत्र हो गए. लोगों के विरोध को देखते हुए अफसरों को वहां से हटना पड़ा. स्थल निरीक्षण करने गयी टीम ने इसकी सूचना नगरीय प्रशासन और जगन्नाथपुर थाने में दे दिया है।
इस मामले में नगरीय निदेशालय की निदेशक विजया जाधव ने बताया कि आनी टोला की जमीन स्थानीय लोगों की नहीं है। वे गलत विरोध कर रहे हैं।झारखण्ड सरकार ने जमीन एचईसी को पैसे देकर लिए हैं. स्थानीय लोग प्रोजेक्ट के बारे में नहीं जानते हैं. इसलिए विरोध कर रहे हैं. उनके साथ बातचीत होगी. उनके हर सवाल का जवाब दिया जाएगा. विरोध से किसी भी बातचीत का हल नहीं निकलता।जो टीम आनी टोला गयी थी, उसमें नगरीय निदेशालय, नगर निगम और प्रोजेक्ट बनाने वाली कंपनी के लोग शामिल थे. उनको लोगों ने आनी टोला के फुटबॉल मैदान में रोक दिया। जमीन देखने नहीं दिया। इस घटना की जानकारी मेयर आशा लकड़ा, स्थानीय विधायक नवीन जायसवाल, नगर विकास विभाग को दे दी गयी है. इस समस्या का निदान जल्द निकाला जाएगा।
केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत झारखंड में 1008 आवास बनेंगे. 2021 में यह प्रोजेक्ट पूरा करना है. प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले मकान भूकंपरोधी होंगे. जो विशेष तकनीक से बनाए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास 1 जनवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन किया था.