Ranchi:बेखोफ अपराधियों ने पोल्ट्री सेंटर से 4.85 लाख लूट की घटना को दिया था अंजाम,पुलिस अभीतक कोई अपराधी को नहीं पकड़ पाया है
राँची।राजधानी राँची में अपराधी बेखोफ होकर घटना को अंजाम दे रहे हैं।इधर पुलिस और सरकार नए झारखण्ड के राज्यपाल की विदाई और नए राज्यपाल के स्वागत में एयरपोर्ट से लेकर राजभवन,मुख्यमंत्री आवास तक लगे हैं।शहर में सुरक्षा व्यवस्था पुलिस की नजर में चाक चौबंद है।जगह जगह पुलिस तैनात है फिर भी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है।सोमवार की शाम में जब पंडरा में बिजली ऑफिस के पास स्थित श्री पोल्ट्री सेंटर में चार हथियारबंद अपराधियों ने 4.85 लाख रुपए लूट लिए और फरार हो गए। घटना सोमवार शाम 5.15 बजे की है। पोल्ट्री सेंटर के संचालक पवन कुमार गुप्ता करीब 5 बजे अपने तीन स्टाफ के साथ दुकान में थे। अचानक चार युवक उनकी दुकान में ग्राहक बनकर पहुंचे। पहले सभी ने बातचीत शुरू की, फिर सभी ने हथियार निकाल लिए और पवन गुप्ता व उनके तीनों स्टॉफ को अपने कब्जे में ले लिया।इससे पहले पवन गुप्ता व उनके स्टाफ कुछ समझ पाते, अपराधियों ने गन प्वाइंट पर कब्जे में कर पहले तीनों स्टाफ को एक कमरे में बंद किया। फिर पिस्टल की नोक पर पवन गुप्ता को कहा कि जितने भी पैसे उनके काउंटर में हैं, निकाल कर दे। पवन गुप्ता हथियार देख डर गए और सारे रुपए निकाल कर उन्हें दे दिए। इसके बाद चारों अपराधी दो स्कूटी से कटहल मोड़ की ओर भाग निकले। अपराधियों के भागने के बाद पवन गुप्ता ने अपने तीनों स्टाफ को कमरे से बाहर निकाला, फिर इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना स्थल पर पुलिस पहुंची। उनके पोल्ट्री सेंटर में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा गया, जिसमें सभी अपराधी हथियार के बल पर लूटपाट करते कैद हो गए थे।
ऐसे हुआ लूटपाट… पहले घुसकर बातचीत की, फिर बाहर निकले और दोबारा आकर हथियार तान दिया
लूट की पूरी घटना मात्र सात मिनट में पूरी कर ली। पवन गुप्ता ने बताया कि पहले दो अपराधी घुसे, एक हेलमेट पहने हुए था। वहीं दूसरा सिर्फ मास्क लगाए हुए था। घुसने के बाद एक ने उनसे कुछ बात की, फिर दोनों बाहर निकले। फिर चारों अपराधी तेजी से अंदर घुसे और उन पर हथियार तान दिया। दुकान का गेट बंद कर, स्टाफ को कब्जे में लेकर लूटपाट की। इसके बाद पैसे लेकर आराम से निकल गए। अपराधियों ने लूटपाट की घटना के दौरान उनके दो स्टाफ के मोबाइल भी छीन ली और साथ ले गए। वहीं संचालक पवन गुप्ता के मोबाइल को तोड़ डाला। पवन गुप्ता ने बताया कि उनके काउंटर में दिन भर के कलेक्शन के 4.85 लाख रुपए थे। जब पुलिस आई और अपराधियों द्वारा लूट कर ले गए मोबाइल का लोकेशन ट्रेस किया, तो कटहल मोड़ की ओर पता चला। लेकिन कुछ ही देर बाद अपराधियों ने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए।
बिना नंबर की स्कूटी से कैसे भाग गए अपराधी
पुलिस की पीसीआर घटना स्थल से 500 मीटर की दूरी पर पिस्का मोड़ के पास खड़ी रहती है। लेकिन बिना नंबर प्लेट के स्कूटी से आए अपराधियों को ना तो पुलिस देख पाई और ना ही वहां तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान। अगर कोई आम व्यक्ति बिना नंबर प्लेट के घूमते हुए स्कूटी से मिल जाए, तो पुलिस उसे तुरंत पकड़ लेती है। लेकिन अपराधियों को पुलिस स्कूटी से भागते हुए देख तक नहीं सकी।