तुपुदाना से दो हार्डकोर उग्रवादी गिरफ्तार, लेवी के लिए पीएलएफआई उग्रवादीयों ने रेलवे लाइन बिछाने वाली कंपनी के तीन कर्मी को किया था अगवा
लेवी के लिए पीएलएफआई उग्रवादी ने रेलवे लाइन बिछाने वाली कंपनी के तीन कर्मी को किया था अगवा
रोहित सिंह
राँची: तुपुदाना ओपी क्षेत्र में रेलवे लाइन बिछाने वाली कंपनी त्रिवेणी इंडिकॉम प्राइवेट लिमिटेड के तीन कर्मचारियों को 7 दिसंबर की रात 12 बजे हथियार बंद पीएलएफआई उग्रवादी ने लेवी के लिए अगवा कर लिया था और इसके बदले पांच लाख रुपए लेवी की मांग की थी।अगवा करने के कुछ ही घण्टे में लगभग ढाई बजे रात में कर्मचारियों को छोड़ दिया था।इसी दौरान 15 दिसंबर की रात एक बोलेरो और इंडिका कार में सवार होकर लगभग एक दर्जन की संख्या पीएलएफआई उग्रवादी लेवी वसूलने आए थे, लेकिन पुलिस को देखते बाकी फरार हो गए और दो उग्रवादी को पुलिस ने गिरफ्तार कर किया.बताया जा रहा है कि उग्रवादियों को पुलिस ने कंपनी के साइट के पास से नहीं बल्कि किसी और जगह से गिरफ्तार किया था.सूचना यह भी है कि अपराधियों की गिरफ्तारी 15 दिसंबर की रात में हुई थी।
दो उग्रवादी हुए गिरफ्तार:-
लेवी वसूलने आए पीएलएफआई उग्रवादी कि संगठन के दो और उग्रवादी को रांची पुलिस ने तुपुदाना ओपी क्षेत्र से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार हुए उग्रवादियों में खूंटी के हेसला का रहने वाला हार्डकोर उग्रवादी निरंजन बांडो और तुपुदाना का अमृत किस्पोट्टा शामिल है. दोनों के पास से पुलिस ने एक बोलेरो गाड़ी एक इंडिगो कार समेत हथियार और कारतूस भी बरामद किया है.दोनों लेवी की एडवांस की रकम लेने तुपुदाना क्षेत्र के बालसिरिंग आए थे,इसी दौरान दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया बाकी अन्य उग्रवादी मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा.
हार्डकोर उग्रवादी निरंजन बांडो के खिलाफ कई मामला है दर्ज:-
मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार हुए हार्डकोर उग्रवादी निरंजन बांडो पीएलएफआई के एरिया कमांडर रहे दिनेश साहू के दस्ते में था. उसके एनकाउंटर के बाद जेठा कच्छप के दस्ते में काम कर रहा था. उसके खिलाफ खूंटी के कर्रा, लोधमा सहित कई थानों में 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. सभी मामले लेवी के लिए आगजनी, हत्या, लूट,आर्म्स एक्ट से जुड़े हैं.पकड़े गए नक्सलियों से पुलिस पूछताछ कर रही है.
रेलवे लाइन बिछाने वाली कंपनी से मांगी लेवी:-
तुपुदाना के बालसिरिंग में रेलवे लाइन बिछाने का काम कर रही कंपनी त्रिवेणी इंडिकॉम प्राइवेट लिमिटेड से एक सप्ताह पहले 5 लाख की लेवी मांगी गई थी. इसके लिए करीब एक दर्जन हथियारबंद उग्रवादी, कंपनी के बेस कैंप में पहुंचे थे. इस समय बेस कैंप में मौजूद कर्मियों को धमकी दी गई थी. उन्हें कहा गया था कि लेवी की रकम नहीं देने पर हमला किया जाएगा. काम बंद करा दिया जाएगा. धमकी देकर सभी नक्सली लौट गए थे।इसके बाद लेवी के लिए बार बार फोन किया जा रहा था।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ़्तारी:-
पीएलएफआई उग्रवादियों के द्वारा रेलवे लाइन बिछाने वाली कंपनी से लेवी मांगने की बात की गुप्त सूचना रांची पुलिस को मिली, इसके बाद एसएसपी अनीश गुप्ता ने एक टीम बनाकर उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए भेजा. इसी दौरान लेवी की रकम लेने दौरान पुलिस को देखकर उग्रवादी भागने लगे कार में सवार दो नक्सली भागने में सफल रहे, जबकि दो पकड़े गए। वैसे पुलिस के अनुसार कुल 6 नक्सली दोनो कार से आए थे। जो कि चार भगाने में सफल हुआ। फरार नक्सली में एडमिन बारला, सुजीत कच्छप, टिंकू मुंडा, वरना बाखला,अन्य लोग शामिल थे.