Ranchi:जमीन माफिया अपने गुर्गों के साथ जबरदस्ती जमीन पर कब्ज़ा करने पहुँचे, रैयतों से की मारपीट,प्राथमिकी दर्ज…
राँची।कांके थाना क्षेत्र में एक भू-माफिया के हथियारबंद गुर्गों ने गुरुवार को छह रैयतों की जमकर पिटाई कर दी। घटना सुबह आठ बजे चामाचौरा में घटी। बुकरू निवासी संजय साहू, प्रवेश साहू, शंकर साहू, विफल टोप्पो, रवि उरांव, अनिल साहू और श्रवण साहू अपनी पुश्तैनी जमीन पर जबरन भू-माफिया कमलेश कुमार द्वारा करवाई जा रही चारदीवारी निर्माण की सूचना पाकर उसको देखने गए थे। इस बीच कमलेश कुमार हथियार से लैस 8-10 लोगों को लेकर वहां पहुंच गया। उसके एक आदमी ने प्रवेश साहू पर रिवाल्वर सटा दिया तथा जबरन अपनी गाड़ी में बैठने लगा। इसका विरोध करने पर उन लोगों ने संजय साहू, विफल टोप्पो तथा अन्य लोगों पर राड तथा लाठी से हमला कर दिया। इसमें संजय साहू और विफल को काफी चोट लगी है। रवि उरांव का मोबाइल फोन भी छीन लिया गया। हमले की सूचना पाकर बड़ी संख्या में ग्रामीण आने लगे। उनको देखकर कमलेश कुमार अपने लोगों के साथ भाग कर कांके रिसोर्ट में घुस गया। कांके सीएचसी में इलाज कराने के बाद संजय साहू ने कांके थाना में कमलेश कुमार पर जबरन कांके अंचल के पदाधिकारी से मिलकर चामा मौजा स्थित खाता 89 और 46 की लगभग डेढ़ एकड़ जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
उसने लिखा है कि कमलेश कुमार 40-50 महिला-पुरुष का जमीन कब्जा कराने वाले गिरोह को अपने साथ रखता है तथा रैयतों को धमका कर तथा मारपीट कर जमीन पर कब्जा कर लेता है। दरअसल कमलेश कुमार और कुछ सफेदपोश लोगों का समूह मिलकर कांके थाना क्षेत्र के चामा और नगड़ी आदि क्षेत्र की भुईहरी, पहनई जमीन जो सरकार में निहित नहीं है की प्रकृति को बदल कर उसको सामान्य रैयती भूमि बना कर करोड़ों का खेल कर रहे हैं। इसके साथ ही गैर मजरूआ जमीन को कब्जा कर उसकी भी फर्जी जमाबंदी शुरू करवा कर बेच रहे हैं। चामा के रैयत आनंद टोप्पो ने भी गुरुवार को अपनी जमीन के खाता संख्या 89, प्लाट 973 तथा 974 रकबा 90 डिसमिल पर कमलेश कुमार द्वारा बलपूर्वक चारदीवारी निर्माण कर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने को आवेदन दिया है। सभी ने पुलिस से सुरक्षा देने की मांग भी की है। बूटी मोड़ क्षेत्र से बबलू नाम का एक व्यक्ति कब्जा कराने वाले गिरोह के सदस्यों को लाता है, जो आधुनिक हथियारों से लैस रहते हैं। चामा के सैकड़ों आदिवासी ग्रामीणों ने कुछ माह पूर्व कांके अंचल कार्यालय में उनकी 35 एकड़ जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन भी किया था तथा वरीय अधिकारियों से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन आज तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।