Ranchi:अपहरणकर्ता गिरोह का मास्टरमाइंड,मोस्टवांटेड अपराधी चन्दर सोनार और उसका सहयोगी मोस्टवांटेड अपराधी राकेश कुमार को राँची पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर लाकर करेगी पूछताछ
राँची।कुख्यात अपराधी राकेश कुमार सिंह चढ़ा पुलिस के हत्थे।वर्षो से पुलिस को चकमा देर रहे थे।लेकिन आखिर पुलिस उसे गिरफ्तार कर ली है।अब अपराध जगत में धाक जमाने वाले गुरु-चेला चला गया है सलाखों के अंदर।दरअसल ,राकेश कुमार की गिरफ्तारी के बाद ही अपहरण का उधोग चलाने वाले गिरोह के सरगना चन्दन सोनार तक सीआईडी टीम पहुँच सकी है।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार राकेश कुमार सिंह के बारे में गुप्त और भरोसेमंद से मिली सूचना पर सीआईडी टीम ने उसे पूना से गिरफ्तार किया है।उसके बाद उसे लेकर बिहार जहानाबाद पहुँचीं वहां से लेकर बंगाल सीआईडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की उसके बाद चंदन सोनार की गिरफ्तारी सिंगरौली से हुई है।
राँची पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ करेगी:
झारखण्ड,बिहार,पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात सहित कई राज्यों में फिरौती के लिए अपहरण करने के लिए कुख्यात चंदन सोनार और राकेश कुमार सिंह को राँची पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ करेगी।गौरतलब है की कुख्यात अपराधी राकेश कुमार सिंह और चंदन सोनार के खिलाफ राँची के कई थानों में मामले दर्ज हैं।
राँची पुलिस की एक टीम जल्द ही पश्चिम बंगाल जाएगी
पुलिस की एक टीम जल्द ही पश्चिम बंगाल जाएगी और वहां से चंदन और राकेश को रिमांड पर लेकर राँची आएगी और यहां से जुड़े मामलों में उससे पूछताछ करेगी।
चंदन सोनार को रिमांड में लेकर कर रही पूछताछ:
बता दें उद्योगपति तेजपाल सिंह अपहरणकांड मामले में पश्चिम बंगाल के सीआइडी ने मध्यप्रदेश के सिंगराैली से अपहरण के मुख्य आरोपी चंदन सोनार उर्फ चंदन कुमार उर्फ चंद्र मोहन को गिरफ्तार किया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लाकर शनिवार को आसनसोल सीजीएम अदालत में पेश कर 11 दिन के रिमांड पर लिया है उससे पूछताछ की जा रही है।वहीं इसके पूर्व सीआइडी ने बिहार के जहानाबाद से चंदन सोनार के दाहिना हाथ माने जाने वाले सहयोगी राकेश कुमार सिंह को गिरफ्तार किया था और उसे आसनसोल सीजीएम अदालत से आठ दिन के लिए रिमांड पर लिया था।उससे पूछताछ में ही चन्दर सोनार के ठिकाने तक पहुँच पाई थी पुलिस।जबकि ततेजपाल सिंह मामले में अभी तक अभिषेक चौधरी, अमित कुमार, दीपक कुमार, राहुल कुमार आसनसोल जेल में है।
धनबाद के मुगमा से बरामद हुई थी कार
विदित हो कि 17 अप्रैल 2019 की सुबह पुलिस के भेष में दो चारपहिया वाहन से आए अपहरणकर्ताओं ने सालानपुर के नकरजोरिया से तेजपाल सिंह का अपहरण किया था। इसके बाद उसे धनबाद जिले के मुगमा में लेकर गए थे। मुगमा में तेजपाल सिंह की गाड़ी छोड़ दी। यहां से दूसरी गाड़ी में बिठाकर पटना ले गए। पटना के कनिष्क अपार्टमेंट में रखा था। बाद में अपहरणकर्ताओं ने आरा के पियरो के रेलवे क्रॉसिंग के पास तेजपाल सिंह के परिजनों से फिरौती लेकर उसे जीटी रोड बरही टोल प्लाजा के पास लाकर छोड़ दिया था।
दो करोड़ 60 लाख रुपये की फिरौती वसूली
सीआइडी सूत्रों के मुताबिक आरा के पियरो में फिरौती के दो करोड़ 60 लाख रुपये लेने के बाद आरोपितों ने आरा के जगदीशपुर के जल मीनार कार्यालय में मशीन से फिरौती के रुपये की गिनती की थी एवं असली है कि नकली उसकी भी जांच की थी। इसकी व्यवस्था आरोपी अमित कुमार ने की थी, जो पानी टंकी के मेंटेनेंस का काम करता था। फिरौती मिलने के बाद पूरा गिरोह क्रेटा व एक अन्य वाहन से बिहार के औरंगाबाद आया था। जहां आरोपी राहुल कुमार के घर में शरण ली थी।
चंदन पर कई आपराधिक मामले
बताया जाता है कि चंदन सोनार पिछले 10 साल से गिरफ्तार नहीं हुआ था। झारखण्ड व बिहार में इसके नाम पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।राँची में हुए कई हाईप्रोफाइल मामलों में पुलिस को चंदन सोनार की तलाश थी। जिसे राज्य सीआइडी ने अभियान चलाकर गिरफ्तार किया। चंदन सोनार मूलत: बिहार के वैशाली जिले का निवासी है एवं उसके परिजन सिगरौली में भी रहते हैं।
फिरौती कर करोड़ों रुपये की सम्पत्ति अर्जित किया:
बता दें कि कुख्यात अपराधी राकेश कुमार सिंह को बंगाल सीआईडी की टीम ने मार्च के शुरुआत में जहानाबाद से गिरफ्तार किया।यहां बता इससे पहले राकेश कुमार सिंह को पुलिस नहीं पकड़ पाई थी।उसके गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई खुलासे हुए।कई दिनों के पूछताछ के बाद राकेश पुलिस के समक्ष टूटा और बड़ी जानकारी सीआईडी टीम को दी।राकेश कुमार ने ही चंदन सोनार के बारे में जानकारी दी कि नाम छुपाकर मध्यप्रदेश के सिंगरौली में रह रहा है उसके बाद सिंगरौली जिले गिरफ्तार किया गया था।
पश्चिम बंगाल पुलिस बर्धमान से अपहृत व्यवसायी के मामले में उसकी तलाश कर रही थी।राकेश कुमार और चंदन सोनार का नाम राँची, सूरत और रायपुर से व्यापारियों के अपहरण में आया था।वहीं राकेश के उप्पर चुटिया थाना में दो मामला दर्ज है।
चंदन सोनार 2011 में जमानत पर छूटा था
जानकारी के अनुसार चंदन सोनार 2011 में जमानत पर छूटा था।तबसे वह मध्य प्रदेश के सिंगरौली में आकर चंद्रमोहन के नाम से रहने लगा था. होटल कारोबार के अलावा वह ठेकेदारी भी करता था। चंदन ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह राँची और बेऊर जेल में रह चुका है।सिंगरौली में रहने के दौरान उसने यहां कोई क्राइम नहीं किया लेकिन अन्य राज्यों में होने वाले अपहरण कांडों में उसका नाम चर्चा में आता रहा।चंदन सोनार का नाम राँची, सूरत और रायपुर से व्यापारियों के अपहरण में आया था।सूरत के हीरा व्यापारी के बेटे सोहैल हिंगोरा का अपहरण कर उसने सनसनी फैला दी थी।
हीरा व्यापारी के परिवार से उसने करोड़ रुपये की वसूली की थी
हीरा व्यापारी के परिवार से उसने करोड़ रुपये की वसूली की थी।वहीं 2020 में रायपुर से व्यापारी प्रवीण सोमानी का अपहरण हुआ था।तब भी चंदन सोनार गैंग का नाम ही चर्चा में आया था।साल 2008 में झारखण्ड के गोमिया से व्यवसायी महावीर जैन का अपहरण भी इसी गिरोह ने किया था. चंदन सोनार गैंग पर राँची में होटल कावेरी के संचालक लव भाटिया, ज्वेलर परेश मुखर्जी और जमीन कारोबारी मदन सिंह के बेटे के अपहरण में भी शामिल होने का आरोप है।
बिहार के हाजीपुर का रहने वाला है चंदन सोनार
चंदन सोनार झारखण्ड में अपहरण की कई बड़ी वारदातों को अंजाम है. चंदन सोनार मूल रूप से बिहार के हाजीपुर का रहने वाला है. झारखण्ड के अलग-अलग जिलों में भी चंदन के खिलाफ मामले दर्ज हैं।झारखण्ड पुलिस उन मामलों में चंदन सोनार को रिमांड पर लेगी।
बिहार पुलिस ने भी चंदन सोनार को रिमांड पर लेने की अर्जी दी है:
छपरा के नयागांव थाने में दर्ज बहुचर्चित अपहरण सोहेल हिंगोरा मामले में वांटेड कुख्यात अंतर प्रांतीय अपहरणकर्ता गिरोह के सरगना चंदन सोनार को सारण पुलिस रिमांड पर लेगी। इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने दी । उन्होंने बताया कि सोहेल हिंगोरा अपहरण कांड के अलावा अन्य मामलों में उसकी तलाश की जा रही थी। वैशाली पुलिस भी सोहेल हिंगोरा की तलाश कर रही थी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में नयागांव थाने की पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिया गया है। देश के कई राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बने वैशाली जिले के हाजीपुर शहर के निवासी कुख्यात “अपहरणकर्ता मास्टर माइंड” चंदन सोनार को मध्य प्रदेश के सिंगरौली से गिरफ्तार किया गया।उसके खिलाफ 40 से अधिक देश के बहुचर्चित अपहरण के मामले दर्ज हैं। पिछले करीब 10 वर्ष से वह मध्य प्रदेश के सिंगरौली में होटल व्यवसायी चंद्र मोहन के रूप में रह रहा था। चंदन सोनार को पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार की है। दमन के बड़े उद्योगपति हनीफ हिंगोरा के पुत्र सोहेल हिंगोरा का अपहरण चंदन सोनार के द्वारा किया गया था, जिसमें 25 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी।