रांची जिला प्रशासन ने छत्तीसगढ़ की टीम के साथ मिलकर ईट भट्ठा से 12 मजदूर कराया मुक्त
■उपायुक्त रांची के निर्देश पर की गयी कार्रवाई
■मुक्त कराये गये मजदूर में 7 व्यस्क और 5 बच्चे
■डीएसपी खलारी को अग्रतर कानूनी कार्रवाई का दिया गया निर्देश
रांची के बुढ़मू प्रखंड के बाड़े पंचायत के ईट भट्ठा में जबरन काम पर लगाये गये छत्तीसगढ़ के कुछ मजदूरों को मुक्त करया गया है। उपायुक्त रांची के निदेशानुसार छत्तीसगढ़ से आयी टीम के साथ कार्यपालक दंडाधिकारी सदर रांची ने कार्रवाई करते हुए इन मजदूरों को मुक्त कराया। प्रेस काॅन्फ्रेंस में कार्यपालक दंडाधिकारी सदर रांची श्री राकेश रंजन उरांव ने पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुक्त कराये गये सभी मजदूरों को टीम के साथ कल वापस छत्तीसगढ़ भेज दिया जायेगा।
एक मजदूर ने अपने पिता को फोन पर दी थी जानकारी
11 दिसंबर 2019 को ईट भट्ठे में काम कर रहे एक मजदूर ने अपने पिता को फोन पर जानकारी दी थी कि उसे बंधक बनाकर काम करवाया जा रहा है। जिसके बाद रायपुर जिला के ग्राम करमंदी के रहनेवाले लखनलाल निषाद ने रायपुर जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी। शिकायत की जांच कर वास्तविक स्थिति का पता लगाने और बंधक श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए रायपुर जिला प्रशासन ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया। इस टीम ने रांची आकर उपायुक्त श्री राय महिमापत से मुलाकात कर पूरी जानकारी दी।
उपायुक्त के निर्देश पर की गयी कार्रवाई
छत्तीसगढ़ की 3 सदस्यीय टीम सोमवार रात रांची पहुंची और उपायुक्त के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ के टीम के साथ रांची जिला प्रशासन की टीम ने बाड़े पंचायत में छापेमारी की। इसमें 9 लोगों को छुड़ाया गया, जिसमें 5 व्यस्क और 04 बच्चे थे। इन बंधक मजदूरों के साथ काम कर रहे तीन और लोगों ने शिकायत की थी कि उनसे भी जबरदस्ती काम कराया जा रहा है, जिसके बाद उन्हें भी छुड़ाया गया। पूरे मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए खलारी डीएसपी को निर्देश दिए गये हैं।
मजदूर ने बताया की जाती थी मारपीट
मुक्त कराये गये एक मजदूर ने बताया कि पैसे मांगने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। जितने पैसे पर बात कर उसे यहां लाया गया था, उससे बहुत कम पैसे दिये जाते थे। कहीं आने जाने की आजादी नहीं थी, हमेशा मुंशी उसके साथ रहता था। सप्ताह में एक बार पैसे दिये जाते थे, जिससे बमुश्किल खाना पीना हो पाता था।
टीम में ये थे शामिल
छत्तीसगढ़ से आयी टीम में श्री रवि विश्वकर्मा, नायब तहसीलदार धरसींवा, श्री धनेन्द्र कुमार चंद्रकार, श्रम अधीक्षक और श्री ऐश्वर्य मंडावी, श्रम अधीक्षक शामिल थे। रांची जिला प्रशासन की ओर से कार्यपालक दंडाधिकारी सदर रांची श्री राकेश रंजन उरांव ने उपायुक्त के निदेशानुसार संयुक्त रुप से कार्रवाई की।