Ranchi:अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने झारखण्ड हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को लिखा पत्र,झरिया थानेदार पीके सिंह के द्वारा मृतक़ के परिवार वालों पर गाली गलौज और बर्बरतापूर्ण पिटाई के मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया
राँची।झरिया थाना के थानेदार पीके सिंह उर्फ प्रमोद कुमार सिंह के द्वारा जिस बर्बरता पूर्वक मोहित कुमार (मृतक) के परिजन को पिटाई की गई है।उससे आहत होकर राँची के अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने झारखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र लिखकर मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया है।तथा मामले का न्यायिक जांच करवाने की मांग की है।अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने कहा की 26 वर्षीय मोहित कुमार का हत्या होने के बाद उनके भाई लाश लेकर ऐना आउटसोर्सिंग परियोजना में जाकर मुआवजा हेतु धरना दे रहे थे तभी झरिया थाना के थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने और उनके सहयोगी पुलिसकर्मी ने मृतक के भाई एवम् परिजनों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया मृतक के भाई को ना सिर्फ गाली दी बल्कि गाली में ऐसा शब्द का प्रयोग किया गया जो न सुनने लायक है ना सुनाने लायक है।इस सब के अलावा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज करके थाना प्रभारी द्वारा यह दिखाया गया कि वह किसके लिए काम करते हैं।इसके अलावा ड्यूटी के दौरान में थाना प्रभारी वर्दी नहीं पहनना भी उनके कर्तव्य पालन का घोर उल्लंघन है।जिस तरह अभद्र भाषा का प्रयोग कर और गाली गलौज और मारपीट किया गया है।उससे ना सिर्फ पीड़ित डरे हुए हैं बल्कि वहां के स्थानीय थाना क्षेत्र में रहने वाले निवासी भी डरे और सहमे हुए हैं।
गौरतलब है कि 24 अप्रैल 2020 को झरिया क्षेत्र के चौथाई कुली निवासी राज कुमार दुबे ने भी प्रमोद कुमार सिंह पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी के खिलाफ ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराई है थाना प्रभारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का कारण यह था कि शिकायतकर्ता राजकुमार दुबे के घर में तीन पुलिसकर्मी किराएदार के तौर पर रहते थे और उन किरायदारों से राजकुमार दुबे का कभी कोई संबंध खराब नहीं रहा।थाना प्रभारी प्रमोद सिंह ने शिकायतकर्ता राज कुमार दुबे को उक्त तीनों पुलिसकर्मियों को अपने घर से निकालने का फरमान जारी किया।जब राजकुमार दुबे किराएदार पुलिस कर्मियों को निकालने से मना कर दिया तो थाना प्रभारी भड़क गए और राजकुमार दुबे का अंगूठा पर चढ़ गए और अंगूठा के नाखून को उखाड़ दिया।तब दुबे ने एसपी धनबाद को शिकायत किया और प्रमोद कुमार सिंह थाना प्रभारी के खिलाफ ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराई।प्रमोद कुमार सिंह का मानसिक एवं शारीरिक इलाज कराना बहुत आवश्यक है। सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश से यह भी मांग किया है कि प्रमोद कुमार सिंह पुलिस निरीक्षक के साथ साथ वहां जितने भी पुलिसकर्मी मौजूद थे उन सब को ना सिर्फ बर्खास्त किया जाए बल्कि उन सब के खिलाफ भादवि की धारा 323, 341, 504, 506, 307 का मुकदमा भी दर्ज हो और तत्काल उन सभी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो।इसके अलावा इस मामले में स्पीडी ट्रायल भी कराया जाय।वहीं अधिवक्ता श्रीवास्तव ने
पत्र के साथ मामले का वीडियो को पेन ड्राइव भी भेजा गया है।
इधर इस मामले में धनबाद पुलिस ने थानेदार के खिलाफ जांच कर आगे की कार्रवाई में जुटी है