पुलिस का खुलासा:जेल से हत्या की साजिश,टेलीग्राम एप्प,वीडियोकॉल भी करते हैं अपराधी,सरकार विधानसभा में कहती है ऐसा कुछ नहीं होता
- जेल से हत्या की साजिश
–टेलीग्राम एप्प वीडियोकॉल भी करते हैं अपराधी
–सरकार विधानसभा में कहती है ऐसा कुछ नहीं होता
–एक तरफ जेल से रची नेता की हत्या की साजिश
–सरकार का दावा नहीं होता मोबाइल का इस्तेमाल - Akhilesh Singh,akhilesh.in
राँची।डोरंडा इलाके में रहने वाले नेता की हत्या की साजिश रचे जाने का खुलासा।राँची जेल के जेलर व सुपरीटेंडेट की भी हत्या की जेल में बंद अपराधी ने ही रची थी साजिश।झारखण्ड के जेल में 4 जी नेटवर्क का इस्तेमाल कर अपराधी वीडियो कॉल कर रहे और टेलीग्राम एप के जरिए संपर्क कर राँची के बिरसा मुंडा जेल के जेलर व सुपरीटेंडेंट की हत्या की साजिश तक का खुलासा पुलिस ने किया है। लेकिन दूसरी तरफ राज्य सरकार का गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग यह मानता है कि राज्य के जेलों में 4 जी जैमर भले ही नहीं लगे हैं। लेकिन जेल से किसी कैदी के द्वारा फोन कॉल या वीडियो कॉल नहीं किया गया।हालांकि हाल के दिनों में दो बड़े मामले सामने आए हैं, जब जेल से हत्या की साजिश रचने की बात सामने आयी है।
डोरंडा इलाके में रहने वाले नेता की हत्या की साजिश:
राज्य पुलिस की स्पेशल ब्रांच को सूचना मिली है कि डोरंडा इलाके में रहने वाले एक नेता की हत्या की साजिश अपराधियों ने रची थी। स्पेशल ब्रांच के एसपी ने इस संबंध में राँची एसएसपी से पत्राचार भी किया है। स्पेशल ब्रांच को सूचना मिली थी कि राँची के बिरसा मुंडा जेल में बंद कुख्यात अपराधी अमजद गद्दी की मदद से डोरंडा में रहने वाले इमामुद्दीन नाम के व्यक्ति ने हत्या की साजिश रची है। डोरंडा इलाके में रहने वाले नेता की हत्या के लिए खूंटी के पेशेवर अपराधियों के साथ अमजद गद्दी के मिलीभगत से हत्या के लिए मीटिंग भी की जा चुकी है। स्पेशल ब्रांच ने पूरे मामले में कार्रवाई का निर्देश राँची एसएसपी को दिया है। पुलिस पूरे मामले में तथ्यों की पड़ताल कर रही है।
टेलीग्राम एप के जरिए अमन साव ने जेलर- सुपरीटेंडेंट की हत्या की दी थी सुपारी:
राँची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में अमन साव बंद है। अमन साव के गुर्गे ने गिरफ्तारी के बाद स्वीकारोक्ति बयान में बताया है कि अमन साव जेल में अमजद गद्दी के मोबाइल का इस्तेमाल करता है। टेलीग्राम एप के जरिए अमन साव ने अपने गुर्गे से संपर्क किया था।इसके बाद जेलर व सुपरीटेंडेंट की गाड़ी में हैंडग्रेनेड फेंकने की सुपारी दी थी। गुर्गे ने खुलासा किया है कि अमन साव के द्वारा उसके मोबाइल फोन पर वीडियो कॉल भी किया जाता था। मामले की जानकारी जेल के अधिकारियों को हो गई थी, ऐसे में उसे स्पेशल सेल में डाल दिया गया था। अधिकारियों को डराने के लिए टेलीग्राम एप से बाहरी अपराधियों से संपर्क कर हमले की साजिश रची गई थी।
दूसरी तरफ सरकार का दावा- लगेंगे 4 जी जैमर, लेकिन नहीं होता फोन का इस्तेमाल।एक तरफ अपराधियों की जेल से वीडियो कॉल पर बात करने व साजिश रचने की पुष्टि हुई है। दूसरी तरफ झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में राज्य सरकार के गृह विभाग ने दावा किया है कि जेल में कोई कैदी मोबाइल का इस्तेमाल कर फोन या वीडियो कॉल नहीं करता। विभाग ने कहा है कि जेलों में 4 जी जैमर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्द ही राज्य के सभी केंद्रीय व मंडल काराओं में 2 जी जैमर हटाकर 4 जी जैमर लगाए जाएंगे।
साभार;akhilesh.in