पांच पुलिस वाले कि सुरक्षा घेरा में पटना से देवघर कोर्ट पहुँचा था कुख्यात अपराधी अमित सिंह,कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी,पुलिस वाले देखते रह गए !
राँची।झारखण्ड के देवघर कोर्ट में पेशी के लिए आए कुख्यात अपराधी अमित कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिला सिविल कोर्ट में उसके ऊपर तीन गोलियां दागी गईं। उसने वहीं दम तोड़ दिया।बताया जाता है कि वह बिहटा में सिनेमा हॉल के मालिक की हत्या मामले में बेऊर जेल में बंद था। यही नहीं पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के दो भाइयों की हत्या में भी अमित सिंह का नाम सामने आ रहा था।
पुलिस के अनुसार, एक गोली उसकी कनपटी में, दूसरी सिर में और तीसरी सीने में मारी गई। बताया जा रहा है कि देवघर में 2012 में हुए कबाड़ कारोबारी चंचल कोठारी अपहरण मामले में अभियुक्त था। उसी की पेशी के लिए वह देवघर पहुंचा था। अपराधी ने जब उसे गोली मारी तब उसके हाथ में हथकड़ी भी लगी थी।देवघर में 2012 में कारोबारी चंचल कोठारी का अपहरण हुआ था। वह कबाड़ का काम करता था। पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया था। इसी मामले में अमित कुमार सिंह आरोपी था। शनिवार को प्रोडक्शन वारंट में उसकी कोर्ट में पेशी थी। उसे एएसआइ राम अवतार राम के साथ चार हथियार बंद पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में कोर्ट लाया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार हिस्ट्रीशीटर अमित सिंह पर हत्या और रंगदारी समेत कई संगीन मामले दर्ज थे। वहीं कोर्ट में गोली मारकर हत्या की जानकारी मिलते ही डीआईजी सुदर्शन मंडल, पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र जाट सहित पुलिस पदाधिकारी कोर्ट परिसर पहुंचे एवं मृतक को अस्पताल पहुंचाया।जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं पेशी के लिए साथ में आए एक पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि कोर्ट से पेशी करवाकर वकालत खाना में अमित अधिवक्ता राजीव कुमार देव के केबिन में आकर बैठा था।अधिवक्ता कोर्ट में ही थे। तभी एक अपराधी आया और उसने दनादन तीन गोली उस पर दाग दी।
इधर कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े हत्या से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहा है।अधिवक्ता के साथ आम लोगों में भय का माहौल बना हुआ हुआ।वहीं सवाल उठ रहा है कि आखिर अमित की सुरक्षा में आए पुलिस क्या कर रहे थे।क्योंकि एक पुलिस पदाधिकारी सहित पाँच पुलिसकर्मी उसे पटना से लेकर देवघर पहुँची थी।पुलिस के सामने कैसे अपराधी ने अमित को गोली मारकर भाग गया।फिलहाल देवघर पुलिस जांच में जुटी है।
मृतक कुख्यात अपराधी अमित कुमार सिंह को बिहार के पटना जिला के बिहटा सदीसोपुर का रहने वाला था।बिहटा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष व सिनेमा हॉल के मालिक निर्भय सिंह हत्याकांड मामले में अमित सिंह को उम्रकैद की सजा हुई थी।कोर्ट ने निर्भय सिंह हत्याकांड में अमित सहित पांच को 28 मार्च 2022 को दोषी करार दिया और सभी को सश्रम आजीवन कारावास तथा 20-20 हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनायी थी। सजा पाने वालों में मुखिया पप्पू सिंह, लक्ष्मण उर्फ मनीष, अमित सिंह उर्फ निशांत, चंदन कुमार उर्फ चंदन सिहं और लालू कुमार उर्फ लालू महतो शामिल थे। इसके अलावा भी कई अन्य मामलों में अमित आरोपी था।