टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने पांच लोगों के खिलाफ किया सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर.

रांची: टेरर फंडिंग के आरसी 02/2018 मामले में एनआईए ने पांच लोगों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया है. शुक्रवार को जिन लोगों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया है उनमें दिनेश गोप की दोनों पत्नी शकुंतला देवी, हीरा देवी, जयप्रकाश सिंह भुईयां, अमित जायसवाल और फुलेश्वर गोप शामिल है. टेरर फंडिंग केस में एनआईए अबतक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, इस मामले में अबतक दिनेश गोप की तलाश पुलिस को है. दिनेश गोप को एनआईए ने फरार घोषित किया है.इस मामले की जांच जारी है.

मेसर्स शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड में होता था निवेश:-

मिली जानकारी के मुताबिक, फुलेश्वर गोप ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ सांठगांठ कर मेसर्स शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खोली थी. इस कंपनी में वह दिनेश गोप की पहली पत्नी हीरा देवी का पार्टनर है. एनआईए के मुताबिक, पीएलएफआई की लेवी के पैसों का इस कंपनी के खाते में निवेश किया जाता था. इस कंपनी के जरिए संपत्ति में पीएलएफआई के पैसों का निवेश होता था. कंपनी से हुई आय का इस्तेमाल उग्रवादी गतिविधियों में होने की बात भी सामने आयी है.

क्या है मामला:-

नोटबंदी के बाद दिनेश गोप ने लेवी के 25.38 लाख रुपये एसबीआई बेड़ो शाखा में एक पेट्रोल पंप संचालक के जरिए जमा करवाने की कोशिश की थी. तब पेट्रोल पंप संचालक समेत चार लोगों को रांची पुलिस ने 10 नवंबर 2016 को गिरफ्तार किया था. इस मामले में एनआईए ने 19 जनवरी 2018 को केस टेकओवर किया था. एनआईए ने छापेमारी कर दिनेश गोप के सहयोगी सुमंत कुमार समेत अन्य के ठिकानों से 90 लाख नकदी व निवेश संबंधी कागजात बरामद किए थे. एनआईए ने जांच के क्रम में दिनेश गोप की पत्नियों हीरा देवी व शकुंतला कुमारी को गिरफ्तार किया था. 2 मार्च को एनआईए ने दिनेश गोप के खास सहयोगी जयप्रकाश सिंह भुइयां और अमित देशवाल को गिरफ्तार किया था.इसके बाद 14 जुलाई को फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया था. पीएलएफआई के पैसों के कंपनियों में निवेश के मामले में गुजरात के एक व्यवसायी को भी एनआईए ने गिरफ्तार किया था.