मातृ शक्ति को सलाम:पोलियो की खुराक पिलाने के लिए पीठ में साल भर के बच्चे को बांध चार किमी साइकिल चला पहुंची माँ स्वास्थ्य केंद्र
–गांव में सड़क तक नहीं, फिर भी कच्ची सड़क पर चलाया साइकल, सब्जी बेच चलाती है टंडवा की बसंती अपना घर
रोहित सिंह,झारखण्ड न्यूज,राँची
राँची/टंडवा।मां अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकती है। रविवार को पोलियो रविवार था। सरकार दावा करती है कि हर गांव में पोलियों की खुराक पिलाने के लिए स्वस्थ्य कर्मी जाएंगे। लेकिन रविवार को टंडवा जिले के हरदीकोचा किचटो पंचायत में कोई भी स्वास्थ्यकर्मी पोलियों की खुराक बच्चों को पिलाने के लिए नहीं पहुंचा। लेकिन अपने बच्चों के लिए सगज एक मां चार किमी तक साइकल चला हफुआ गई अपने छोटे बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाई। मां का नाम बसंती मुंडा है। वह बाजार में सब्जी बेच अपना परिवार चलाती है। उसके गांव में स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। इसलिए गांव में रहने वाले सभी ग्रामीणों को परेशानी होती है।
पीठ पर छोटे बच्चे को और बेटी को पीछे करियर में बैठा पहुंची स्वास्थ्य केंद्र
बसंती अपने बच्चों के लिए इतनी सजग है कि छोटे बच्चे को अपने पीठ पर बांधा और बेटी को पीछे करियर पर बैठा खुद साइकल चला चार किमी चल स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। एक गांव की मां को इस बात की सजगता है कि उसे अपने बच्चों को पोलियों की खुराक दिलानी है। शहर में पढ़े लिखे लोग अपने छोटे बच्चों को पोलियों की खुराक पिलाने केंद्र तक कई बार नहीं जाते। लेकिन बसंती की समझदारी और बच्चों के प्रति सजगता देख उसे लोग मातृ शक्ति को सलाम करते है।
गांव में सड़क तक नहीं, कच्चे पगडंडियों पर चलाई साइकल
टंडवा के हरदीकोचा गांव में सड़क तक नहीं है। बसंती साइकल से कच्चे सड़क पर पगडंडियों पर चला स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंची। गांववालों ने कई बार सड़क के लिए प्रयास किया लेकिन आजतक नहीं बन सका।