25 लाख का इनामी,माओवादियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य मिथिलेश मेहता गिरफ्तार
राँची। बिहार के गया जिले से 25 लाख में इनामी माओवादियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य मिथिलेश मेहता गिरफ्तार हुआ है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मिथिलेश मेहता की गिरफ्तारी बिहार के गया जिले से हुई है। हालांकि गिरफ्तारी की कोई आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले बूढ़ा पहाड़ से फरार हो गया था। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां मिथिलेश मेहता की तलाश में जुटी हुई थी। मिथिलेश मेहता के ऊपर 25 लाख का इनाम घोषित है।
बूढ़ापहाड़ व छकरबंधा कॉरिडोर को सक्रिय करने की फिराक में था मिथिलेश
बूढ़ापहाड़ व छकरबंधा कॉरिडोर को सक्रिय करने की फिराक में मिथिलेश मेहता।इसको लेकर तीन महीने पहले कोयल शंख जोन का नया कमांडर छोटू खेरवार को बनाया गया है। जानकारों के अनुसार, माओवादियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य मिथिलेश मेहता के नेतृत्व में बैठक की गई थी. बैठक में नवीन यादव, छोटू खेरवार, नीरज सिंह खेरवार, मृत्युंजय भुइयां, रवींद्र गंझू, अमन गंझू समेत नक्सली शामिल हुए थे।
मिथिलेश मेहता उर्फ को बूढ़ापहाड़ का नया इंचार्ज बनाया गया था
सुधाकरण के तेलंगाना में आत्मसमर्पण के बाद माओवादियों ने मिथिलेश मेहता उर्फ वनबिहारी को ही बूढ़ापहाड़ का नया इंचार्ज बनाया था।लेकिन टॉप माओवादी कमांडर मिथिलेश मेहता बूढ़ापहाड़ से फरार हो गया। मिथिलेश मेहता मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद के इलाके का रहने वाला है। 2016-17 में झारखंड पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। 2019-20 में जेल से निकलने के बाद एक बार फिर से वह माओवादियों के लिए सक्रिय हो गया था। जनवरी 2021 में माओवादियों ने उसे बूढ़ापहाड़ का इंचार्ज बनाया था।उसके बाद से ही वह बूढ़ापहाड़ के इलाके में रह रहा था। करीब तीन महीने पहले बूढ़ापहाड़ पर वह गंभीर रूप से बीमार हो गया था, उस दौरान सुरक्षाबलों ने एक ग्रामीण डॉक्टर को भी पकड़ा था जो मिथिलेश मेहता का इलाज करने जा रहा था,उसके पास से ईसीजी मशीन बरामद हुआ था।