LockdownUpdate:लॉकडाउन में सब कुछ लॉक तो मजदूर क्या करे !ना मोबाइल ना इंटरनेट,तो कैसे जाएं घर !

राँची।आंध्रप्रदेश के राज मंडी से पिछले कई दिनों से पैदल चलकर बिहार जा रहे मजदूरों को इफ्तारी का सामान देकर उनका भूख मिटाया है। मुस्लिम समाज के लोगों ने इफ्तारी के लिए अपने घर ले जा रहे सामान दिया है।

पैदल जा रहे मजदूरों में नंदलाल कुमार, राजेश कुमार, जय राम कुमार, वीरेंद्र कुमार, रविंद्र कुमार है।भूख मिटाने के बाद मजदूरों ने बताया की आंध्र प्रदेश के एक ऑयल फैक्ट्री में सभी लोग काम करने के लिए कुछ दिन पूर्व बिहार से गए थे। लेकिन पूरे देश में लॉक डाउन हो जाने के कारण फैक्ट्री बंद हो गया। जिसके कारण हम सभी का रोजी रोटी हांथ से छीन गया।

जिसके बाद सभी का हालात बिगड़ने लगी। कहीं से कोई मदद भी नहीं मिलने लगा। मजदूरी भी मिलना बंद हो गया। जिसके कारण पैसे व खाने पीने की सारे समान ख़तम हो गए। खाने पीने को लाले पड़ गए, तो तंगी से परेशान आकर पैदल ही झारखण्ड होते हुए अपने घर के लिए निकल पड़े।रास्ते में कहीं,कहीं पर खाने मिलता ना भी मिलता है।मजदूरों को खाने पीने का सामान देकर सामाजिक कार्यकर्ता असदुल्लाह अंसारी ने कहा कोई भी भूखा देखकर उसको खाना खिलाना यही सबसे पुण्य है यहीं हमारा धर्म कहता है।आगे भी हम लोगों को इस तरह के राह चलते कोई भूखा दिखे तो खाना खिलाना चाहिए और उनका मदद करना चाहिए। इस मौके पर अफरोज अंसारी, मो फारूक, आदिल, नसीम, तबरेज खान उपस्थित थे।

राँची में कई मजदूर को समाजसेवियों ने खाना खिलाकर भेजा।कुछ मजदूर पुरुलिया रोड से गुजर रहा था भूखे थके सभी मजदूर को लोगों ने खाना खिलाया उसके बाद मजदूर अब आगे बढ़ा।सभी बिहार जा रहे है।

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