शराब घोटाला:त्योहार खत्म होते ही ईडी की जांच हुई तेज,योगेंद्र तिवारी से जुड़े लोगो से पूछताछ शुरू,20 लोगों से होनी है पूछताछ

 

–ईडी ने 19 अक्टूबर को शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी को किया था गिरफ्तार, उसके व उसके सहयोगियों के 32 ठिकानों पर 23 अगस्त को की गई थी छापेमारी

राँची।त्योहारी सीजन खत्म होते ही एक बार फिर झारखण्ड में हुए शराब घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तेज कर दी है। गिरफ्तार योगेंद्र तिवारी से जुड़े लोगो से ईडी ने पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल ईडी ने योगेंद्र तिवारी से जुड़े 20 लोगो से पूछताछ के लिए समन किया है। ये लोग योगेंद्र तिवारी से जुड़े देवघर, दुमका, गिरिडीह और जामताड़ा जिले से है। ईडी को जानकारी मिली है कि शराब के अवैध कारोबार में योगेंद्र तिवारी ने अकूत संपत्ति बनाई ही, उससे जुड़े लोगो ने भी करोड़ों रुपए कमाए। ईडी ने तिवारी से जुड़े लोगो की संपत्ति के बारे में भी जानकारी जुटाई है। अब इनसे इसलिए पूछताछ कर रही है ताकि ये सही सही जानकारी दे कि अवैध शराब कारोबार से इन लोगो ने कितनी की संपत्ति बनाई। ईडी ने योगेंद्र तिवारी और उससे जुड़े लोगो के ठिकानों पर एक साथ 23 अगस्त को छापेमारी की। इस छापेमारी में ईडी को कई अहम दस्तावेज मिले थे। योगेंद्र तिवारी के जामताड़ा मिहीजाम सिंडिकेट ने झारखंड के 19 जिलो में शराब के थोक कारोबार का काम हासिल कर रखा था। ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि इस सिंडिकेट ने उन जिलो में जहां सरकारी शराब की दुकानों का लाइसेंस की अवधि खत्म हो गई थी वहां भी लाखों रुपए का शराब लगातार बेच करोड़ों रुपए कमाए।

टेंडर के लिए बनाया था शेल कंपनी, इनकी भी जांच कर रहा है ईडी

ईडी को अनुसंधान में जानकारी मिली है कि योगेंद्र तिवारी व उसके सिंडिकेट ने अवैध शराब के कारोबार के लिए कई शेल कंपनियां बना रखी थी। जिसके आधार पर उन लोगो ने शराब का टेंडर लिया था। ईडी ने इन सभी शेल कंपनियों के बारे में जानकारी जुटाई है। तिवारी से जुड़े लोगो से पूछताछ के दौरान ईडी इन शेल कंपनियों के बारे में भी जानकारी लेगी। ताकि उनके विरुद्ध आगे कार्रवाई की जा सके। ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि योगेंद्र तिवारी ने 2021 में शराब के थोक कारोबार के के लिए बनी शराब नीति बनाने में भी इन लोगो ने नेताओं और नौकरशाहों के साथ मिलकर पैसों का बड़ा खेल किया।

22 नवंबर को होनी है साहिबगंज एसपी से पूछताछ, राँची में चर्चा जोरों पर

ईडी ने 22 नवंबर को साहिबगंज के एसपी नौशाद आलम को पूछताछ के लिए बुलाया है। नौशाद आलम पर आरोप है कि उसने ईडी के गवाह रहे जो बाद में मुकर गया विजय हांसदा की मदद की। उनपर आरोप है कि विजय हांसदा का दिल्ली जाने के लिए एसपी नौशाद आलम ने ही सारी व्यवस्था कराई। उसके जाने के लिए राँची के एक सार्जेंट से विजय हांसदा का टिकट कटवाया। नौशाद आलम के पूछताछ को लेकर राँची में चर्चा का बाजार काफी गर्म है। क्योंकि विजय हांसदा का एक केस धुर्वा थाना में दर्ज है। जिसका अनुसंधान चल रहा है। राँची पुलिस ने इस मामले में काफी तेजी से काम किया। विजय हांसदा मामले में हाई कोर्ट में सुनवाई 29 नवंबर को है।

योगेंद्र तिवारी की पीएमएलए कोर्ट में पेशी आज

इधर शराब घोटाला से जुड़े मनी लाउंडिंग मामले में आरोपी शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी को जेल में न्यायिक हिरासत की अवधि पूरी होने के बाद मंगलवार को पीएमएल कोर्ट रांची में पेश किया जायेगा।इस मामले में इडी ने 19 अक्टूबर को योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार किया था।इसके बाद 14 दिनों तक रिमांड पर इनसे पूछताछ की थी।फिर इडी कोर्ट में पेशी के बाद न्यायिक हिरासत में योगेंद्र तिवारी को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेज दिया गया था।