Jharkhand:भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा,नमाज कक्ष आवंटन रद और लाठीचार्ज की जांच की मांग की है

राँची।झारखण्ड भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा में नमाज कक्ष आवंटन के आदेश को रद्द करने व विरोध प्रदर्शन के दौरान नेताओं-कार्यकर्ताओं पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की जांच की मांग को लेकर राज्‍यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।भाजपा प्रतिनिधिमंडल में भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा, पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, कोषाध्यक्ष दीपक बंका,वरिष्ठ नेता बालमुकुंद सहाय शामिल थे।

सेवा में,

महामहिम राज्यपाल, झारखण्ड।

विषय – विधानसभा में नमाज कक्ष का आवंटन रद्द करने एवम विधानसभा घेराव कार्यक्रम में निहत्थे कार्यकर्ताओं पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की जांच कराने के संबंध में।

महोदय,

झारखंड विधानसभा के माननीय अध्यक्ष के निदेशानुसार विगत दिनों विधानसभा भवन में नमाज कक्ष आवंटित किया गया है। यह निर्णय राज्य सरकार की तुष्टिकरण नीति की पराकाष्ठा का परिचायक है। महोदय,यह लोकतांत्रिक और सर्वपंथ समभाव का देश है। राजकाज की यही संवैधानिक मर्यादा है। परंतु निहित स्वार्थ, वोट बैंक की राजनीति ने अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक की खाई को चौड़ा किया है। तुष्टिकरण को बढ़ावा दिया है।

महोदय, भारतीय जनता पार्टी सभी पंथ, समुदाय के उपासना पद्धति का सम्मान करती है। परंतु तुष्टिकरण में विश्वास नही करती है। झारखण्ड विधानसभा अध्यक्ष ने समुदाय विशेष की उपासना के लिये कक्ष आवंटित करने का अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक निर्णय लिया है। इस विशेष प्रकार के निर्णय से प्रदेश के अन्य समुदाय के लोग आहत हुए है। साथ ही अपने-अपने धार्मिक अनुष्ठान के लिये भी विधानसभा भवन में स्थल की मांग कर रहे है। जो स्वाभाविक भी है।

महोदय, लोकतंत्र के पवित्र मंदिर का एक ही देवता है और वह है राज्य की जनता। इस मंदिर में उसी की उपासना होनी चाहिये। जनता की ही चिंता होनी चाहिये, उनके लिये ही प्रार्थना होनी चाहिये। इस मंदिर में जनता ने जनप्रतिनिधियों को भेजा है। इसलिये व्यक्तिगत उपासना का इस मंदिर में कोई स्थान नही होना चाहिये।

प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट मानना है कि नमाज कक्ष के आवंटन का निर्णय साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाला है। यह निर्णय केवल राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता की भावनाओं के खिलाफ है और देश भर में झारखंड की छवि को कलंकित करने वाला भी है।

महोदय, भारतीय जनता पार्टी ने जनभावनाओं के अनुरूप इस अलोकतांत्रिक और असंवैधसनिक निर्णय का सदन से सड़क तक चरणबद्ध विरोध किया है। परंतु राज्य सरकार की हठधर्मिता बढ़ती जा रही है। हद तो तब हो गई जब कल 8 सितंबर, 2021 को हजारों भाजपा कार्यकर्ता विधानसभा घेराव के लिये पहुंचे तो पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे निहत्थे कार्यकर्ताओं पर बर्बरता से लाठी चार्ज किया गया।

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश, नेता विधायकदल एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पर जानलेवा हमला किया गया, जिसे उनके केंद्रीय सुरक्षाबल के जवानों ने विफल कर दिया। इतना ही नही महिला कार्यकर्ताओं को भी पुरुष पुलिसकर्मियों के द्वारा बर्बरता से पीटा गया, गला दबा कर मारने की कोशिश की गई। पुलिस की बर्बर कार्रवाई से घायल प्रदेश भर के सैकड़ो कार्यकर्ता अस्पतालों में इलाजरत हैं।

अतः भारतीय जनता पार्टी आपके माध्यम से अनुरोध करती है कि राज्य में सर्व पंथ समभाव को बनाये रखने के लिये नमाज कक्ष आवंटन के निर्णय को अविलंब वापस लिया जाए, साथ ही भाजपा के शांतिपूर्ण प्रदर्शन कार्यक्रम में हुए बर्बर लाठीचार्ज की जांच कराई जाए।

भवदीय

आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, गंगोत्री कुजूर, दीपक बंका, बालमुकुंद सहाय