Jharkhand Lockdown ? कोरोना हुआ घातक,मिले नए स्ट्रेन,मौतों के मामले में तमाम रिकार्ड टूट गए,राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लग सकता है ?
राँची।देश और झारखण्ड कोरोना वायरस महामारी का दूसरा चरण घातक हो गया है। झारखण्ड में हालात बेकाबू हो रहे हैं। संक्रमण से हो रही मौतों के मामले में तमाम रिकॉर्ड टूट गए हैं। संभव है झारखण्ड में संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया जाए। इस बीच सरकार ने बुधवार को आइएएस अधिकारी भुवनेश प्रताप सिंह को भी कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण के लिए टास्क फोर्स में शामिल किया है। भुवनेश अपने कार्यों के अलावा स्वास्थ्य विभाग का काम देखेंगे। पूरे राज्य में होम आइसोलेशन से संबंधित कार्यों के लिए वे जवाबदेह होंगे।
इधर झारखण्ड में कोरोना के नए स्ट्रेन का पता चल गया है। जांच के बाद ये जानकारी मिली कि ये स्ट्रेन बहुत ही घातक है। सरकार ने सभी आरटी-पीसीआर लैब प्रभारियों को आदेश दिया था कि वे अपने लैब से कम से कम 5% स्ट्रेन जांच के लिए भेजें। जिसके तहत दोनों लैब से आरटी-पीसीआर के सैंपल जांच के लिए भुवनेश्वर भेजे गए थे।जिसमें 50 सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए थे। जिनमें 9 सैंपल यूके स्ट्रेन के मिले, 4 सैंपल का डबल स्ट्रेन मिला है वहीं, 3% सैंपल से कोरोना के खतरनाक होने का पता चला है।
झारखण्ड के अलावा 18 राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट मिले हैं। मिले वैरिएंट तीन अलग-अलग देशों के हैं। वहीं, नए वेरिएंट के देश में 771 से अधिक मामले मिले है। जिसके बाद से राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गए है।
इससे पहले कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोगों की जान जा रही है और मंत्री बयान देते फिर रहे हैं। इरफान ने सीएम हेमंत सोरेन से स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग करने का आग्रह किया था। इधर राँची में सड़क पर चलते-चलते 3 लोगों की तड़प-तड़पकर मौत हो जाने के बाद झारखण्ड हाई कोर्ट ने भी हेमंत सरकार पर सख्त टिप्पणी की है। उच्च न्यायालय ने कहा कि लोग मर रहे हैं, लेकिन सरकार मूर्ति बन गई है। कोरोना से झारखण्ड में भयावह स्थिति का जिक्र करते हुए अदालत ने चेताया कि समय रहते अगर बेहतर प्रबंधन नहीं किया तो लोगों का आक्रोश भड़क जाएगा।