Jharkhand:चतरा एसपी के समक्ष पाँच लाख के इनामी टीपीसी सब-जोनल कमांडर उदेश गंझू ने हथियार के साथ सरेंडर किया।

चतरा।पाँच लाख के इनामी टीपीसी के सबजोनल कमांडर ने एसपी ऋषभ कुमार झा के समक्ष मंगलवार को सरेंडर कर दिया।एसपी ऋषभ कुमार झा के पहल पर टीपीसी का सबजोनल कमांडर उदेश गंझू उर्फ सुकुल सरेंडर कर दिया।सबजोनल कमांडर उदेश गंझू की कई मामलों में पुलिस को तलाश थी।

एसपी ऋषभ कुमार झा के समक्ष मंगलवार को एसपी कार्यालय में आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली लावालौंग थाना क्षेत्र के सिलदाग गांव का रहने वाला है. उसके खिलाफ कई थानों में आठ से अधिक मामले दर्ज हैं. नक्सलियों के खिलाफ लगातार चल रहे अभियान या आत्मसमर्पण नीति का तहत किया सरेंडर।आज चतरा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. नक्सली संगठन टीपीसी के सबजोनल कमांडर ने आज खुद को हथियार के साथ सरेंडर कर दिया।

आकर्षक सरेंडर नीति के कारण कई बड़े नक्सलियों ने किया है सरेंडर

बता दें कि झारखण्ड सरकार नक्सलवाद के खात्मे के लिए कई साल से प्रयास कर रही है. राज्य से नक्सलवाद के दंश को मिटाने के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने सरेंडर पॉलिसी बनायी थी. सरकार की आकर्षक सरेंडर नीति के कारण कई बड़े नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया।

जिन लोगों ने सरेंडर नहीं किया, उनमें से बहुत से नक्सलियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया और कई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस और प्रशासन मिलकर नक्सलियों से परिवार से संपर्क कर रही है. पुलिस उनसे अपील कर रही है, कि वे अपने भटके हुए परिजनों को मुख्यधारा में शामिल करने में प्रशासन की मदद करें।इसका भी लाभ उन्हें मिल रहा है।बता दें कि नक्सलियों के सफाये के लिए प्रदेश के उग्रवाद प्रभावित जिलों में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाये जा रहे हैं. इस दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में काफी संख्या में नक्सली मारे गये हैं. प्रदेश में सक्रिय नक्सलियों और उनके ठिकानों को नष्ट करने के लिए सुरक्षा बलों के जवानों के साथ मिलकर राज्य की पुलिस जंगलों से लेकर शहर तक लगातार दबिश दे रही है. इससे घबराकर भी कई नक्सली सरेंडर कर रहे हैं. इस वर्ष अब तक अलग-अलग संगठन के 17 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।