जेल में बंद अधिवक्ता राजीव कुमार को ईडी ने छह दिनों के रिमांड पर लिया,राँची ईडी ऑफिस में होगी पूछताछ
राँची।कोलकाता में गिरफ्तार हुए झारखण्ड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार की ईडी ने आठ दिनों के रिमांड पर लिया है।ईडी की टीम राजीव कुमार को अलीपुर जेल से 6 दिनों के रिमांड पर लेकर राँची आएगी। जहां एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी ऑफिस में पूछताछ की जायेगी।
ईडी ने किया था केस को टेकओवर
ईडी झारखण्ड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार के खिलाफ कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल की शिकायत की जांच कर रही है।पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले को ईडी ने बीते 11 अगस्त को टेकओवर कर लिया था।इस मामले में कोलकाता पुलिस ने ईडी के ओड़िशा क्षेत्रीय कार्यालय के उप निदेशक सुबोध कुमार को भी तलब किया और उनसे अपना बयान दर्ज करने को कहा था।। सुबोध कुमार इससे पहले एजेंसी के राँचीकार्यालय में उप निदेशक के पद पर तैनात थे। कोलकाता पुलिस ने राजीव कुमार के साथ उनकी कुछ कथित व्हाट्सएप बातचीत के आधार पर उन्हें तलब किया था। राजीव कुमार पर आरोप है कि उन्होंने याचिकाकर्ता शिव शंकर शर्मा के साथ मिलकर कारोबारियों और कंपनियों से रंगदारी वसूलने के लिए जनहित याचिका दायर की थी।
कोलकाता में 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था
अधिवक्ता राजीव कुमार को 31 जुलाई को कोलकाता में 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था।पुलिस ने बताया कि झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ एक जनहित याचिका 4290/21 में उसकी सुरक्षा के नाम पर अमित अग्रवाल से जबरन वसूली की गई नकदी के साथ उन्हें गिरफ्तार किया गया है। याचिकाकर्ता शिव शंकर शर्मा ने अपने पीआईएल में दावा किया है कि मुख्यमंत्री, उनके परिवार के सदस्य और सहयोगी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और उन्होंने विभिन्न मुखौटा कंपनियों के माध्यम से अपने बेहिसाब धन का शोधन किया है।अमित अग्रवाल इस जनहित याचिका के प्रतिवादी नहीं हैं, बल्कि उनकी कंपनी ऑरोरा स्टूडियो प्रा. लिमिटेड को जनहित याचिका में एक संदिग्ध शेल कंपनी के रूप में नामित किया गया था। याचिकाकर्ता ने दावा किया कि अमित अग्रवाल मुख्यमंत्री के करीबी हैं।हालांकि, प्रतिवादी के रूप में हेमंत सोरेन ने अपने खिलाफ लगे आरोपों का जोरदार खंडन किया है। राजीव कुमार याचिकाकर्ता के वकील हैं।