मठ में बवाल:नागा बाबा मठ के संत पर महिला ने जबरदस्ती करने का प्रयास की दर्ज कराई प्राथमिकी,इधर संत ने भी मठ की संपत्ति हड़पने के लिए जान से मारने का प्रयास का कराया केस
रोहित सिंह,राँची।
राँची।राजधानी राँची के नागा बाबा मठ के संत आत्म प्रकाश मौनी पर एक महिला के साथ जबरदस्ती करने व मठ के संत द्वारा पीडि़ता सहित तीन लोगो द्वारा मठ की संपत्ति हड़पने के लिए उनपर जानलेवा हमला करने का प्रयास की प्राथमिकी कोतवाली थाना में दर्ज हुई है। पहली प्राथमिकी पीडि़ता द्वारा दर्ज कराई गई है, जिसके अनुसार घटना एक मई की रात 9.40 बजे की है। पीड़ित महिला रात में मठ का गेट बंद करने के लिए आई थी। आरोप है कि संत आत्म प्रकाश मौनी पहले से घात लगाकर बैठे थे। पीडि़ता के पास वे आए और उसके साथ अश्लील बातें करने लगे। फिर उसके साथ जबरदस्ती करने के लिए अपने कमरे में ले जाने लगा। जब पीडि़ता ने इसका विरोध किया तो उसके कपड़े भी फट गए। आरोप है कि वह अर्धनग्न हो गई। फिर संत ने पीडि़ता तो जमीन पर पटक उसके पेट में एक लात मार दिया। वह पेट के असहनीय दर्द से कराहने लगी, पीडि़ता को रक्तस्राव शुरू हो गया। फिर पीडि़ता ने शोर मचाना शुरू किया। शोर सुन बाहर बैठी कुछ महिलाएं और पीडि़ता का पति वहां पहुंचे और उसे बचाया। पीडि़ता ने यह भी लिखा है कि घटना वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है। पीडि़ता ने आरोप लगाया है कि कुछ दिनों से महिला के पति की अनुपस्थिति में मौनी उनके साथ गलत व अश्लील मजाक करता था। घटना वाले दिन वह बोल रहा था कि आज बहुत दिनों के बाद मौका मिला है। पीडि़ता ने आरोप लगाया है कि आत्म प्रकाश मौनी एक आपराधिक चरित्र का व्यक्ति है। वह पूर्व में कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है। इस मामले में उसके विरुद्ध भादवि की धारा 341, 323, 354, 504 और 509 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इधर,मठ की संपति हड़पने के आरोप में तीन पर नामजद प्राथमिकी
दूसरी प्राथमिकी नागा बाबा मठ के संत आत्म प्रकाश मौनी की ओर से दर्ज कराई है। संत मौनी ने तीन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है, इनमें एक पीडि़ता है। अन्य दो नीलेश दूबे और छोटू राम शामिल है। आरोप है कि एक मई को रात 9 से 10 के बीच वे (संत मौनी) मठ के छत के नीचे बरामदे में सो रहे थे। उसी समय पीडि़ता उनके पास आई। साथ में नीलेश दूबे और छोटू राम भी थे। तीनों ने मिलकर संत मौनी को जान से मारने की नियत से उनपर चाकू चलाया। तीनों बोल रहे थे यही है बाबा, इसे जान से मार दो। तीनों उन्हें गाली देते हुए मारने की कोशिश कर रहे थे। यह देख व शोर करने लगे। शोर सुन आसपास के सब्जी विक्रेता वहां जुट गए। छोटू राम के हाथ में रस्सी था। वहीं नीलेश दूबे के हाथ में तकिया था। आरोप है कि तीनों मठ की संपत्ति हड़पने के लिए उन्हें जान से मारना चाहते है। इसलिए उनपर झूठा केस कर फंसाना चाहते है। ताकि वे गिरफ्तार होकर जेल चले जाए और वे लोग मठ की संपत्ति हड़प सके। संत मौनी के अनुसार इसके पहले भी उनपर हमला हो चुका है। इस मामले में तीनों के विरुद्ध भादवि की धारा 341, 323, 504, 34 व 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।