चक्रधरपुर में कर्ज से परेशान स्कूल संचालक ने आत्महत्या कर ली,छानबीन में जुटी है पुलिस
चाईबासा।झारखण्ड के पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर शहर में एक 36 वर्षीय संदीपन चौधरी नामक व्यक्ति ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली है।वह दंदासाई वार्ड संख्या 5 में गोल्डन ओपस स्कूल का संचालक था।आत्महत्या के पीछे की वजह अत्यधिक कर्ज ही बताया जा रहा है। हालांकि वह कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दंदासाई वार्ड संख्या 5 में इंगलिश मीडियम स्कूल गोल्डन ओपस के संचालन के साथ संदीपन चौधरी जमीन का भी कारोबार करता था। इस सिलसिले में वह कईयों से कर्ज ले रखा था। लेकिन कर्ज के पैसा चुका नहीं पा रहा था। जिस कारण उसने अपने पंप रोड अली कॉटेज स्थित आवास में बुधवार की दोपहर में आत्महत्या कर लिया। दिन के करीब तीन बजे उसके घर वालों ने उसे फंदे से लटका देखा।संदीपन ने अपनी बहन के कमरे में सीलिंग फैन में रस्सी का फंदा डाल कर आत्महत्या कर ली।बताया जाता है कि वह फंदा डालने से पहले अपने हाथ के नस और गला को भी काट लिया था। मालूम रहे कि निर्मला इंगलिश मीडियम स्कूल का नाम बदल कर गोल्डन ओपस के नाम से संचालित किया जा रहा था।मृतक की बहन और पत्नी के बयान पर पुलिस मामले के अनुसंधान में जुट गई है।
इधर मृतक की बहन सर्वेष्टा शुक्ला ने बताया कि बुधवार की सुबह से ही भाई को कई कॉल आ रहे थे।उसे पैसे लौटाने की धमकी दी जा रही थी। बहन ने बताया कि विगत करीब 6 महीने से कोई उसे पैसे नहीं देने पर समाज में बदनाम करने और जान से मारने की धमकी दे रहा था। उसने कहा कि जमीन के लिए वह पैसे ले रखा था।बुधवार की सुबह पैसे मांगने एक व्यक्ति घर पर आया और मेरे सामने की धमकी देकर गया कि संदीपन को बाहर देखने पर जान से मार देंगे। बुधवार को पैसे लौटाने का वादा था,लेकिन वह पैसे नहीं लौटा रहा है।
बहन ने बताया कि दोपहर में जब मैंने भाई को फंदे पर झूलते देखा तो भाभी के साथ मिल कर उतारा और रेलवे अस्पताल लेकर पहुंची। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।बहन ने बताया कि संदीपन ने अपनी पत्नी को गोल्डन ओपस ले जा कर छोड़ा था।वह वहां शिक्षिका थी।फिर वह वापस घर लौट आया था।जब पत्नी घर लौटी तो पति को फंदे से झूलते देखी, जिसके बाद मृतक के बहन को बुलाया गया। बहन सर्वेष्टा शुक्ला ने बताया कि एक व्यक्ति सुबह धमकी दिया था।जिसके बाद से भाई काफी डिस्टर्ब था।पुलिस मामले की जांच में जुटी है।