कोरोना,ऑक्सीजन और पेड़:लोग अगर पेड़ की कीमत समझ पाते तो आज ये ऑक्सीजन के चक्कर में ना पड़ना पड़ता;गाँव में हरियाली लाने गाँव के युवा ने उठाया बीड़ा
बांका।जिले के बेलहर थाना क्षेत्र के पसिया गांव के युवा गांव को हरा-भरा करने के लिए मुहिम चला रहे हैं।बिना किसी संस्थाओं या सरकार के सहयोग से अपनी प्लॉनिंग शुरू कर दी हैं।जिस तरह कोरोना महामारी में लोग ऑक्सीजन के लिए ततड़प रहे हैं।इन युवाओं का मानना है पर्यावरण सबसे बड़ा कारण है।खासकर शहर में दयनिय स्थिति है।लोग पेड़ काटते जा रहे है लेकिन पेड़ नहीं लगा रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण अभी मिल रहा है।पर्यावरण दिवस से पहले ही गांव के बाहर हजारों पेड़ लगाने की इन युवाओं का मुहिम शुरू हैं।वही सैकड़ों जो पेड़ लगे है उसे बचाने की भी मुहिम चल रही है।गांव के ही युवा सुशांत सिंह का कहना है हर दिन गांव से ड्रम में पानी भरकर ठेला में लादकर करीब दो से तीन किलोमीटर में लगे पेड़ में पानी देने का कार्य चल रहा है।वहीं पेड़ो को लगाने का भी कार्य शुरू है।इन गांव के युवाओं का सोच है पर्यावरण को बचाना है तभी लोगों में कोरोना महामारी जैसे बीमारी से लड़ने की ताकत मिलेगी।अधिक संख्या में पौधरोपण करेंगे। इन युवाओं से जुड़े सदस्यों का कहना है कि बरसात में रोपे गए पौधों के मुरझाने का डर नहीं रहता। अगर सही समय से उनकी देखभाल करें।
स्कूलों में रोपे जाएंगे पौधे:
पर्यावरण प्रेमी युवाओं का कहना है।कुछ दिनों में विशेष कार्यक्रम किए जाएंगे।जहां गांव के स्कूल सभी मे पेड़ लगाने का मुहिम कि चलाया जाएगा। और लोगों जागरूक करने की भी मुहिम चलाया जा रहा है।ताकि गांव के खेतों के मेड़ पर कम से कम दो चार पेड़ जरूर लगाएं।घरों पास जगह हो तो पेड़ लगाएं।कई प्रजाति के पौधे भी लगाएं जा सकते हैं।कम जगहों पर भी पेड़ लगाएं जा सकते हैं।आज के इस मुहिम में ये सब शामिल थे।गोलू सिंह,सुशांत,विशाल,रूपेश,हिर्तिक,अमित,गुलशन,अविनाश,आनंद,रूपेश,सूरज कुमार अन्य युवक शामिल थे।
रिपोर्ट:गोलू सिंह