राँची जेल से ED अधिकारियों के खिलाफ साजिश रचने के मामले में हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान,सील बंद रिपोर्ट मांगी…..

 

राँची।झारखण्ड की राजधानी राँची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद मनी लाउंड्रिंग केस के आरोपी प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल की सक्रियता के मामले में झारखण्ड हाईकोर्ट ने सील बंद रिपोर्ट मांगी है।झारखण्ड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र की बेंच ने इस मामले में ED को सील बंद रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।दरअसल झारखण्ड में लैंड स्कैम, बालू के अवैध कारोबार, शराब टेंडर में हुए कथित घोटाले और अवैध खनन जैसे करोडो रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी ईडी के अधिकारियों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिश रची जा रही थी।

इस सूचना के बाद ED ने जेल में छापेमारी भी की।जिसके बाद जेल के तीन अधिकारियों को एजेंसी ने समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है।छापेमारी के दौरान यह जानकारी मिली कि ईडी के एक अफसर को धुर्वा थाने के द्वारा एसटी-एससी केस में आरोपित करने के बाद एक बार फिर नये सिरे से एक गंभीर किस्म के आरोप में फंसाने की साजिश जेल से ही रची गयी थी।

इस बार एक महिला को ED के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए तैयार किया गया था, लेकिन एजेंसी को सही समय पर इसकी सूचना मिल गयी।इस मामले में ईडी के द्वारा कई अहम तथ्य और साक्ष्य जुटाये गये हैं. इस साजिश में अवैध खनन और जमीन घोटाले में शामिल प्रेम प्रकाश, अमित अग्रवाल समेत कई दूसरे कैदियों की भूमिका थी।