Ranchi:ट्रेन में नशा खुरानी गिरोह के शिकार हुए वायरलेस पुलिस मुख्यालय के हवलदार,तीन दिन बाद पटना के पीएमसीएच में आया होश……
–गले से 2.5 लाख का सोने का चेन,1.13 लाख एकाउंट से, 12 हजार नगद, पर्स, एटीएम, पैन सहित अन्य कागजात ले हुए फरार
राँची।ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए सावधानी बरतने वाली खबर है। क्योंकि राँची रेलवे स्टेशन पर इन दिनों नशा खुरानी गिरोह सक्रिय है। इस बार नशा खुरानी गिरोह ने वायरलेस पुलिस मुख्यालय झारखण्ड में हवलदार राम चंद्र राय (58) को इस गिरोह ने अपना शिकार बनाया है। राय को गिरोह के सदस्यों ने पाटलीपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन में शिकार बनाया। उन्हें नशा का ऐसा खुराक दिया कि उन्हें तीन बाद पटना के पीएमसीएच में होश आया। काफी दिनों को उन्हें इलाज कराना पड़ा। इसके बाद इस संबंध राम चंद्र राय ने राँची रेल थाना में छह अक्टूबर को अज्ञात लोगो को विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार नशा खुरानी गिरोह के सदस्यों ने उनके खाते से 1.13 लाख रुपए, 2.5 लाख रुपए मूल्य का सोने का चेन, 12 हजार रुप नगद व पर्स में रखे एटीएम, पैन, आधार सहित अन्य महत्वपूर्ण कागजात ले लिए और फरार हो गए।
सीट पर बिछा रखते है नशा वाला गमछा ताकि उसपर सोते ही यात्री हो जाए बेहोश
हवलदार रामचंद्र राय (58) वायरलेस पुलिस मुख्यालय राँची में कार्यरत है। वे 18 सितंबर को पाटलीपुत्र एक्सप्रेस में रात्रि 10.30 बजे राँची रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म नंबर एक से सवार हुए। उन्हें हाथीदह स्टेशन जाना था। जिस सामान्य बोगी में रामचंद्र राय सवार हुए उसी बोगी की दो सीट पर दो व्यक्ति सोए हुए थे। रामचंद्र राय ने दोनों को कहा कि उठ कर बैठ जाए ताकि वे भी बैठ सके, लेकिन दोनों ने उन्हें कहा कि आप उपर वाली सीट पर जाकर सो जाए। उन लोगो ने पहले से उपर वाली सीटों पर गमछा बिछा रहा था। रामचंद्र राय ने उन दोनों से गमछा हटाने का आग्रह किया। लेकिन दोनों ने उक्त गमछे को नहीं हटाया। रामचंद्र राय उसी सीट पर गमछा को किनारे कर सो गए। लेकिन उनको दो दिन बाद 20 सितंबर की रात 11 बजे पीएमसीएच पटना में होश आया। होश में आने के बाद उन्हें पता चला कि वे नशा खुरानी गिरोह का शिकार हो गए है। उन्हें पीएमसीएच के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के लोगो की मदद से उन्होंने अपने परिजनों को संपर्क किया। इसके बाद उनका पुत्र वहां पहुंचा।
पीएमसीएच से कोडरमा में फिर राँची में चला उनका इलाज
नशा खुरानी गिरोह के सदस्यों ने रामचंद्र राय को ऐसा नशा सुंघाया कि पहले उनका पीएमसीएच में तो इलाज चला ही, इसके बाद परिजनों ने उन्हें कोडरमा में लाकर अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन वहां उनकी स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं हुआ तो परिजनों ने उन्हें राँची लाकर इलाज कराया। जब ले थोड़े ठीक हुए तब छह अक्टूबर को राँची रेल थाना में जाकर इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई। अब रेल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
नशा खुरानी गिरोह भी बदल रहे है तरीका
नशा खुरानी गिरोह पहले यात्रियों को अपना शिकार बनाने के लिए उन्हें कुछ खाने के लिए देते थे। लेकिन लोगो को अब इसकी जानकारी मिल गई है। इसलिए अब गिरोह के सदस्य भी अपना तरीका बदलने लगे है। अब नशा गमछा में लगा सीट पर रख देते है ताकि उस सीट पर कोई सोए तो सूंघ कर उनका शिकार बन जाए।