हजारीबाग टेंट हाउस अग्निकांड में बच्ची की मौत,चार घायल,लाखों की संपत्ति जलकर राख…

 

हजारीबाग।झारखण्ड के हज़ारीबाग के जिले के मालवीय मार्ग स्थित गायत्री टेंट हाउस में सोमवार की रात लगी आग पर काबू पा लिया गया।आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया था।आग की लपटें ग्राउंड फ्लोर से लेकर दूसरे तल्ले और मुख्य सीढ़ी तक पहुंच गई थी। इससे उसे भवन में रहने वाले पांच लोग फंस गए थे।जिसमें दो बच्चे और तीन व्यस्क समेत शामिल थे। इलाज के दौरान एक बच्ची की मौत हो गई।वहीं अन्य चार घायलों का इलाज चल रहा है।

बता दें कि अग्निकांड में टेंट हाउस का सामान जलकर राख हो गया। आग गायत्री टेंट हाउस के ग्राउंड फ्लोर पर लगी।जबकि आग की लपटें दूसरे तल्ले तक पहुंच गईं। वहीं तीसरी तल्ले पर पांच आदमी आग में फंस गए। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंची।फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू कर पांचों लोगों को निकाला। जिन्हें प्राथमिक इलाज के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया। वहां से सभी घायलों को हजारीबाग के आरोग्यम अस्पताल बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया।पांच दमकल की गाड़ी ने आग पर काबू पाया।बीच में पानी खत्म होने के कारण लगभग 40 मिनट तक रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना भी पड़ा। इसके बाद तीन दमकल कई विभिन्न इलाके से घटनास्थल पर पहुंचे और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।इस दौरान अग्विभाग के पदाधिकारी और कर्मी जी-तोड़ मेहनत की।जान जोखिम में डालकर दमकलकर्मियों ने ऑपरेशन चलाया और लोगों को वहां से निकाला।

सूचना पाने के बाद सदर विधायक मनीष जायसवाल भी घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लिया।विधायक मेडिकल कॉलेज अस्पताल भी पहुंचे।जहां उन्होंने कुव्यवस्था और लापरवाही को लेकर जमकर सुनाया भी।उन्होंने कहा कि बिना इलाज किए रेफर करना कहां तक सही है।वहीं इमरजेंसी के वक्त भी डॉक्टर का व्यवहार सही नहीं था,जो चिंताजनक और अमानवीय है। बच्ची की मौत पर सदर विधायक ने दुख जाहिर किया है और कहा कि अन्य चार लोगों का इलाज बेहतर ढंग से चले यह पहली प्राथमिकता है।

इधर अफरा तफरी के दौरान एक अपराधी भी चोरी करने की नीयत से दूसरे बिल्डिंग में घुस गया। जहां उसे रंगे हाथ पकड़ा गया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने उसकी पिटाई कर पुलिस को सौंप दिया।

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