राहुल पर गिरिराज का पलटवार- “उधार के सरनेम से कोई गांधी नहीं होता”
दिल्ली के रामलीला मैदान से कांग्रेस ने शनिवार को मोदी सरकार पर जमकर हमला किया. भारत बचाओ रैली में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गाधी ने गरजते हुए महिला सुरक्षा, महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे केंद्र सरकार को घेरा. राहुल गांधी ने अपने तेवर दिखाते हुए माफी मांगने से इनकार किया. राहुल गांधी ने कहा कि मेरा नाम सावरकर गांधी नहीं राहुल गांधी है.
इस पर बीजेपी नेता गिरिराज ने पलटवार करते हुए कहा किउधार का सरनेम लेने से कोई गांधी नहीं होता. गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा, वीर सावरकर तो सच्चे देशभक्त थे. उधार का सरनेम लेने से कोई गांधी नहीं होता, कोई देशभक्त नहीं बनता. देशभक्त होने के लिए रगों में शुद्ध हिंदुस्तानी खून चाहिए. वेश बदलकर बहुत लोगों ने हिंदुस्तान को लूटा है अब यह नहीं होगा. यह तीनों कौन हैं? क्या यह तीनों देश के आम नागरिक हैं?
असल में, कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की माफी की मांग पर तंज कसते हुए कहा कि उनका नाम राहुल सावरकर नहीं है, वह राहुल गांधी हैं और माफी नहीं मांगेंगे.
राहुल गांधी दिल्ली में पार्टी की ओर से रामलीला मैदान में आयोजित ‘भारत बचाओ रैली’ को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, “कल संसद में भाजपा के नेता मुझसे माफी की मांग कर रहे थे. लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मैं राहुल गांधी हूं. मैं माफी नहीं मागूंगा.”
राहुल का इशारा हिंदूवादी नेता दिवंगत विनायक दामोदर सावरकर द्वारा 14 नवंबर, 1913 को ब्रिटिश सरकार को लिखे गए माफी के पत्र की तरफ था, जिसे उन्होंने अंडमान के सेलुलर जेल में बंद रहने के दौरान लिखा था.
बता दें कि राहुल गांधी ने झारखंड में एक चुनावी रैली के दौरान ‘रेप इन इंडिया’ टिप्पणी की थी, जिस पर भाजपा सदस्यों ने शुक्रवार को संसद में उनसे माफी की मांग की थी. राहुल की इस टिप्पणी को लेकर संसद में काफी हंगाम हुआ था.