ईडी की टीम पहली बार सरकार के मंत्रालय में घुसी:मंत्री के गिरफ्तार पीएस को लेकर प्रोजेक्ट भवन पहुँची ईडी,दफ्तर से भी मिले कैश….
राँची।ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम बुधवार को प्रोजेक्ट भवन पहुंची है। टीम के साथ झारखण्ड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के गिरफ्तार पीएस (आप्त सचिव) संजीव लाल भी हैं। उनके कमरे को ईडी के अधिकारी खंगाल रहे हैं।वहीं चार से पांच लाख कैश मिलने की भी सूचना है।कई दस्तावेज भी मिले हैं।
ईडी की कार्रवाई में मंत्री के आप्त सचिव संजीव लाल के दफ्तर के कागजात को खंगाल रही है। कार्यालय के अन्य कर्मियों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।बंद कमरे में पूछताछ हो रही है। ईडी के डिप्टी डायरेक्टर कपिल राज भी प्रोजेक्ट भवन पहुंचे और कुछ देर बाद वहां से निकल गए।
आपको बता दें कि ग्रामीण विकास विभाग का एक दफ्तर प्रोजेक्ट भवन में हैं, जहां मंत्री बैठते हैं। जबकि दूसरा दफ्तर एपीपी बिल्डिंग में है।इस दफ्तर में विभागीय सचिव और अन्य अधिकारी, कर्मचारी काम करते हैं। ईडी की इस कार्रवाई से प्रशासनिक महकमे के साथ-साथ राजनीतिक गलियारे में खलबली मच गयी है।क्योंकि ऐसा पहली बार हो रहा है जब ईडी की टीम सरकार के मंत्रालय में घुसी है।
बता दें कि करोड़ों की कैश बरामदगी मामले में ईडी की टीम ने संजीव लाल व सहायक जहांगीर आलम को छह मई को ही देर रात गिरफ्तार कर लिया था।छापेमारी में ईडी को 35 करोड़ रुपए से अधिक कैश मिले थे।फिलहाल संजीव व जहांगीर 13 मई तक ईडी की रिमांड पर हैं।
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल, सहायक जहांगीर आलम व अन्य लोगों के ठिकानों से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छह मई को 35.23 करोड़ रुपये कैश बरामद किए थे।करीब 16 घंटे ईडी की टीम ने कार्रवाई की थी। देर रात जहांगीर के घर से ईडी के अधिकारी नोटों की गिनती पूरी होने के बाद निकले थे।
टेंडर मैनेज कर कमीशन की रकम वसूलते थे संजीव लाल
ईडी की मानें, तो ग्रामीण विकास विभाग की विकास योजनाओं में 15 फीसदी की दर से कमीशन की वसूली होती थी। झारखण्ड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव लाल पर आरोप है कि वे टेंडर मैनेज कर कमीशन की रकम वसूलते थे।इंजीनियर और ठेकेदारों से कमीशन की रकम वसूली जाती थी। बताया जाता है कि कमीशन की रकम मंत्री आलमगीर आलम के सहायक जहांगीर आलम के पास रखी जाती थी। यहीं से ये पैसे बड़े अफसरों और नेताओं को जाते थे।
बताया जाता है कि मंत्री के पीएस संजीव लाल के निर्देश पर ही कमीशन की रकम जहांगीर आलम के घर रखी जाती थी। छह मई को ईडी की रेड में कुल 35 करोड़ कैश बरामद हुए थे। जहांगीर के घर से 32.20 करोड़ रुपए, संजीव लाल के पार्टनर मुन्ना सिंह के ठिकाने से 2.93 करोड़ एवं संजीव लाल के पास से 10.50 लाख रुपए बरामद किए गए थे। छापेमारी के क्रम में संजीव लाल के पास दो गाड़ियां मिलीं। इनका रजिस्ट्रेशन जहांगीर के नाम पर कराया गया है।