दुमका: जिस जमीन के लिए जान गई,परिजन शव वहीं दफनाने के लिए अड़े,3 दिनों से पुलिस परिजनों को समझाने में जुटी
दुमका।झारखण्ड के दुमका जिले के जामा थाना क्षेत्र के फाड़ासिमल गांव में बीते 9 अगस्त को 52 बीघा जमीन पर धान रोपने को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें पत्थल दर्वे (65) की मौत हो गई थी।अब परिजन उसके शव को विवादित जमीन पर दफनाने को लेकर अड़े हुए हैं। वहीं, दूसरे पक्ष के लोग विवादित जमीन पर लाश को नहीं दफनाने देना चाह रहे हैं। दोनों पक्षों को समझाने के लिए पिछले तीन दिनों से पुलिस जुटी हुई है। गुरुवार को भी गांव में पुलिस डटी हुई है। इधर, तीन दिनों से खुले में शव रखे जाने से वो अब खराब होने लगा है।
बताया जा रहा है कि 52 बीघा जमीन को लेकर बीते 9 अगस्त सोमवार को दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट में एक दर्जन लोग जख्मी हो गए थे। इसमें पत्थल दर्वे को दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत खराब हो जाने के कारण उन्हें धनबाद रेफर किया गया। इसी बीच रास्ते में उसने दम तोड़ दिया था।
क्या है पूरा मामला
जामा की भटनिया पंचायत के फाड़ासिमल गांव में एक पक्ष के सिंह परिवार के सुरेश सिंह ने बताया कि 9 अगस्त को वह अपने घर के सदस्यों के साथ खेत में धान रोपनी कर रहा था। तभी दर्वे परिवार के करीब 5 लोग एक साथ पहुंचे और रोपनी करने से मना किया। विरोध करने पर तलवार, फरसा व लाठी से हमला कर दिया। बचाव में उन लोगों ने हमला किया। वहीं, दर्वे समाज के मलाल दर्वे का कहना है कि जमीन उनकी है और वे लोग परिवार के सदस्यों के साथ धानरोपनी कर रहे थे। तभी सिंह परिवार के लोग आए और ऐसा करने से मना किया। विरोध करने पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
दोनों पक्षों से हुई पांच की गिरफ्तारी
विवादित जमीन पर हुए मारपीट मामले में दोनों पक्षों से 5 आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। थाना प्रभारी जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम पक्ष से आरोपी तूफान सिंह और ग्राम प्रधान घनश्याम सिंह को जबकि दूसरे पक्ष से गौरीशंकर दर्वे, भिनु दर्वे और पंचानन दर्वे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।वहीं समाचार लिखे जाने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है।