Crime in Ranchi:जेवर व्यवसायी की दिनदहाड़े हत्या,आज राजधानी में सोना चांदी की दुकानें बंद,अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर,रात भर चली ताबड़तोड़ छापेमारी
राँची।राजधानी राँची में डेली मार्केट थाना क्षेत्र के ओसीसी कंपाउंड स्थित अरविंद ज्वेलर्स दुकान में घुसकर जेवर व्यवसायी राजेश पाल की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गयी।और आराम से तीन बाइक पर 6 अपराधी भाग गया।वहीं राजधानी राँची की पुलिस और ट्रैफिक पोस्ट पर तैनात यातयात पुलिस वायरलेस पर कान लगाकर सुनते रहे।बता दें राजधानी में अपराध चरम पर है,मंगलवार को डेली मार्केट थाना क्षेत्र के ओसीसी कंपाउंड स्थित अरविंद ज्वेलर्स दुकान में घुसकर व्यवसायी राजेश पॉल की गोली मारकर हत्या कर दी।घटना दोपहर करीब 2.30 बजे की है।घटना को बाइक सवार छह अपराधियों ने अंजाम दिया। घटना को अंजाम देने के बाद वो वहां भाग निकले जिसकी तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गयी। बता दें कि राजेश पॉल राँची जिला सोना-चांदी व्यवसायी समिति के उपाध्यक्ष भी थे और घटनास्थल के पास स्थित बांग्ला स्कूल के समीप रहते थे।पोस्टमार्टम होने के बाद आज व्यव्सायी का अंतिम संस्कार की जायेगी।
चश्मदीदों की माने तो घटना के वक्त चार अपराधी दुकान में घुसे थे, जबकि दो अपराधी बाहर निगरानी रख रहा था।इस दौरान दुकान में मौजूद राजेश पॉल के मामा घनश्याम कुमार (48) अपराधियों से भिड़ गये, तो उन्हें भी सिर पर पिस्टल के बट से वार कर घायल कर दिया गया।
घटना के बाद अपराधी आराम से मेन रोड की ओर भाग निकले, वहीं आसपास के लोग राजेश पॉल और उनके मामा को लेकर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से राजेश को मेडिका अस्पताल भेज दिया गया वहां आरंभिक जांच के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया वहीं दूसरी ओर घनश्याम कुमार का इलाज किया गया इधर सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंचीमइसके बाद एफएसएल भी जांच के लिए बुलाया गया।पुलिस ने घटनास्थल से अपराधियों द्वारा छोड़ी गयी पिस्टल और हेलमेट भी बरामद किया है।
इधर मृत व्यवसायी राजेश के मामा घनश्याम के मेडिका में इलाज कराने की सूचना पर पुलिस की टीम उनसे जानकारी लेने पहुंची। उन्होंने पुलिस को बताया कि दुकान में पांच अपराधी मुंह को गमछा से ढंककर घुसे थे। सभी के हाथ में पिस्टल थी।पांच अपराधियों में से एक ने पहले राजेश पॉल पर पिस्टल से हमला किया था।इस पर राजेश ने उसकी पिस्टल पकड़ ली।उसके बाद अपराधी ने उनकी माथे में गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान एक अपराधी के मुंह से गमछा निकल गया था। जिसे देखकर वह दोबारा पहचान सकते हैं। अपराधियों ने डकैती का विरोध किये जाने पर घटना को अंजाम दिया।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि उन्होंने घटना को गंभीरता से लिया है।उन्होंने मामले की जांच और छापेमारी के लिए एसआइटी का गठन किया है। एसआइटी सिटी एसपी के नेतृत्व में गठित की गयी है।जिसमें कोतवाली डीएसपी के अलावा डेलीमार्केट थाना प्रभारी, कोतवाली थाना प्रभारी के अलावा तकनीकी शाखा और क्यूआरटी शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि घटना डकैती के विरोध में हुई है।
इधर जेवर व्यवसायी राजेश पाल के निधन पर सोना-चांदी व्यवसायी समिति, राँची ने आज बुधवार को ज्वेलरी दुकानें बंद रखने का एलान किया है समिति ने मांग की है कि 48 घंटे में अपराधियों की गिरफ्तारी हो, अन्यथा व्यापारी बाध्य होकर राँची बंद बुलायेंगे समिति ने आज बुधवार की शाम पांच बजे आपात बैठक बुलायी है।यह जानकारी अध्यक्ष रवि कुमार पिंकू ने दी।
राँची पुलिस ने जांच के दौरान दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया है। जिसमें तीन अलग- अलग बाइक पर सवार कुल छह अपराधी भागते नजर आये हैं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस घटना में शामिल अपराधियों को पहचाने का प्रयास कर रही है। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे हैं बाइक सवार अपराधी।भागने के क्रम में एक अपराधी की पिस्तौल घटनास्थल पर ही गिर गयी।
पुलिस चैकिंग अभियान पर सवाल उठने लगा है
राजधानी राँची में कई ऐसी घटना घटी है जहां पुलिस की सक्रियता नहीं दिखी है।इसलिए अपराधी आराम से राजधानी राँची जैसे शहर से बाहर निकल जा रहा है।कुछ हाल की ही घटना ले तो इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं राँची पुलिस और राँची की यातयात पुलिस कितने सक्रिय है।
–मोरहाबादी में अपराधी कालू लामा हत्या मामले में पुलिस को चंद मिनट में घटना कि जानकारी मिल गई लेकिन पुलिस ने अपराधियों को शहर से बाहर निकलने में नहीं रोक सका।
–चर्चित जमीन कारोबारी कमल भूषण हत्या के तुंरत बाद पुलिस को जानकारी मिल गई लेकिन अपराधी आराम से राँची से निकल गया।
–कल की घटना देखिये घटना के तुंरत बाद राँची पुलिस को जानकारी मिली लेकिन क्या हुआ आराम से अपराधी व्यस्तम जगहों से तीन बाइक से भाग गया।
ऐसे कई बड़ी घटना हुई है जो राँची पुलिस राजधानी राँची से अपराधियों के भागने के दौरान त्वरित कार्रवाई कर पकड़ नहीं सका है।आराम से किसी भी माध्यम से राजधानी से भाग गया है। इधर राँची की यातायात पुलिस की कार्यशैली किसी से छुपा नहीं है।आप किसी भी चौक चौराहे पर 10 मिनट खड़ा रहिये आपको सारी व्यस्था मालूम चल जाएगा। एक मशीन दूसरे हाथ मे वायरलेस सेट और पुलिस की सीटी और फिर भोलेभाले वाहन चालक को जबरन रोकना।ये नहीं है वो नहीं है फिर क्या होता है ….क्या घटना के बाद यातयात पुलिस को जानकारी नहीं मिलती है।वही हाल है गली मोहल्लों में बाइक पेट्रोलिंग पुलिस का,इनका काम क्या है ये तो वरीय पुलिस अधिकारी ही बता सकते हैं।दूसरी ओर पीसीआर पुलिस और हाइवे पेट्रोलिग पुलिस का क्या काम है ?