भारत मे कोरोना फैलाने के साजिशकर्ता जालिम मुखिया नेपाल में गिरफ्तार
राँची। कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को भारत भेजने की साजिश रचने के आरोपी जालिम मुखिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जालिम मुखिया को रविवार देर रात नेपाल के परसा जिले से नेपाल की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि नेपाल सीमा के रास्ते बिहार के पश्चिमी चंपारण और बेतिया जिले में संक्रमित जमातियों के घुसपैठ की साजिश की बात सामने आने के बाद पुलिस ने ये कार्रवाई की। जालिम मुखिया को नेपाल में 24 तबलीगी जमातियों को छिपाने के आरोप में नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खबरों के अनुसार जिन जमातियों को जालिम मुखिया ने छिपाकर रखा था, उनमें से 3 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
एसएसबी के पत्र के बाद सुर्खियों में आया जालिम मुखिया
एसएसबी ने बेतिया के डीएम और एसपी को पत्र लिखकर कहा था कि नेपाल की सीमा से भारत में 40-50 कोरोना संक्रमित संदिग्ध भारत में दाखिल होने वाले हैं। इन लोगों को मकसद भारत खासकर बिहार में कोरोना का संक्रमण फैलाना है। आरोप था कि इन संदिग्धों को जालिम मुखिया ही भारत में दाखिल होने में मदद करने वाला है। इस पत्र के मीडिया में आने के बाद बिहार सरकार के अलावा गृह मंत्रालय ने गंभीरता दिखाई थी।
कौन है जालिम मुखिया?
जालिम मुखिया नेपाल के परसा जिले के सेरवा थानाक्षेत्र स्थित जगरनाथ पुर गांव का रहनेवाला है। हथियार और नकली भारतीय नोटों की तस्करी में वह शामिल रहा है। इन मामलों में उसके खिलाफ चार्जशीट भी हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक तबलीगी जमात के कई लोग भारत में लॉकडाउन के बाद नेपाल चले गए थे। जालिम मुखिया इन जमातियों को भारत लौटने में अपने नेटवर्क के जरिए मदद कर रहा था। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में शामिल होकर लौटे जालिम मुखिया ने भारतीय और विदेशी सहित 24 तबलीगी जमातियों को छपकैया वार्ड नंबर 2 की मस्जिद और यतीमखाना की मस्जिद में रखा था। नेपाली पुलिस ने इनकी जांच की, जिसमें 3 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
संक्रमितों को नारायणी अस्पताल वीरगंज के आइसोलेशन में रखा गया है। यातीमखाना संचालन कमेटी के अली असगर मदनी उर्फ कालानाग व जगरनाथपुर गांव सभा के प्रधान जालिम मुखिया ने सभी जमातियों के रहने व खाने का बंदोबस्त किया था। जमातियों ने अस्पताल में कर्मचारियों व पुलिस से दुव्र्यवहार भी किया। 21 लोगों को स्थानीय सिद्धार्थ स्कूल में क्वारंटीन किया गया है।