प्रेमजाल का षड्यंत्र:सौतेला भाई,षड्यंत्र,महिला,अपराधी,हत्या,उसके बाद महिला समेत चार गिरफ्तार,पढ़ें पूरी खबर-

राँची।राजधानी राँची के कोतवाली थाना क्षेत्र से बीते एक नवंबर से लापता युवक मुकेश की हत्या सुनियोजित तरीके से कर दी गई थी। इस मामले में एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर पिठोरिया थाना प्रभारी ने कार्रवाई करते हुए एक महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार आरोपियों में संजय कुमार, सूरज सिंह, पुरुषोत्तम कुमार सिंह और एक महिला प्रतिमा भूतकुवर शामिल हैं।पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से तीन बाइक, पांच मोबाइल और घटना में उपयोग किए चाकू सहित कई अन्य सामान बरामद किये है।पुलिस ने बताया कि सम्पति हड़पने के लिए मुकेश के सौतेले भाई संजय कुमार ने हत्या की साजिश रची थी।

एसएसपी ऑफिस में प्रेस वार्ता में एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने घटना के सम्बंध में जानकारी दी।प्रेस वार्ता में ग्रामीण एसपी,मुख्यायल 1 डीएसपी अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल थे।

घर से बेदखल करने पर नाराज था आरोपी

संजय कुमार और मृतक मुकेश कुमार आपस में सौतेला भाई थे।मृतक मुकेश अपनी पैतृक संपत्ति से भी संजय को दूर रखना चाहता था।मुकेश 10 वर्षों से संजय को घर से भी बेदखल कर दिया था. इसके बाद आरोपी संजय अपने भाई मुकेश कुमार को रास्ते से हटाकर संपत्ति का एकलौता मालिक बनना चाहता था।इसी को लेकर साजिश के तहत संजय ने मृतक मुकेश को पिठोरिया थाना क्षेत्र के करम घाट बुलाया।जहां पर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर चाकू से मारकर उसकी हत्या कर दी।

पिठोरिया थाना क्षेत्र के करम घाट से बरामद हुआ था शव

राँची के कोतवाली थाना क्षेत्र से पिछले एक नवंबर से गायब युवक मुकेश की हत्या कर दी गई थी. मुकेश का शव राँची के पिठोरिया से तीन नवंबर की शाम बरामद किया था. मुकेश को बड़े ही बेरहम तरीके से चाकू से वार कर उसकी हत्या की गई थी. मुकेश का शव पिठोरिया थाना क्षेत्र के करम घाट से मिला था।अज्ञात शव मिलने की सूचना पर पिठोरिया पुलिस मौके पर पहुची. शव की तस्वीर जब पुलिस थानों में भेजी गई तो कोतवाली थानेदार बृज कुमार ने मुकेश के रूप में उसकी पहचान की थी।

हत्या का कारण और कैसे हुई हत्या शाजिश:

मुकेश को रास्ते से हटाने के लिए एक महिला को शामिल किया गया।महिला का काम मृतक मुकेश को प्रेम जाल में फंसाकर सुनसान जगहों पर ले जाने की थी।इस कांड के अप्राथमिकी अभियुक्त संजय कुमार उर्फ मास्टर मृतक के सौतेले भाई हैं जिस कारण मृतक की माँ से कभी भी बनाव नहीं रहता था तथा अपने पैतृक संपति में भी संजय को दूर रखना चाहते थे , तथा करीब 10 वर्षों से संजय कुमार को घर से बेदखल भी कर दिये थे तथा मृतक मुकेश कुमार के साथ भी संजय का बनाव नहीं बनता था। जिसके लेकर संजय कुमार यह मन में ठान लिये थे कि मुकेश को जिंदगी से अलग कर देंगे और करीब 10 वर्ष पूर्व भी मुकेश को जान से मारने का संजय कुमार द्वारा अथक प्रयास किया गया था परंतु मृतक को मारने में उस वक्त सफल नहीं हो पाये थे।मृतक मुकेश कुमार इकलौना पुत्र थे जिसके कारण संजय कुमार ने उन्हें मारकर संपति का इकलौता मालिक बनना चाहता था।जिसको लेकर संजय अपने तथाकथित पत्नी प्रतिमा भूतकुवर को शडयंत्र के तहत मृतक मुकेश के सर्जन चौक राँची स्थित नोरा फोटाग्राफी में फोटो तैयार करने हेतु भेजा तथा उन्हें यह बताया कि नोरा फोटोग्राफी लैब में कार्यरत मुकेश कुमार से संपर्क कर अपने प्यार के जाल में फंसायेगी। जिसके बाद प्रतिमा उक्त लैब में फोटो बनाने के बहाने कई बार जाकर मुकेश से संपर्क किया तथा दोनों के बीच दूरभाष एवं मैसेज से प्यार भरा बात होने लगा इस क्रम में मुकेश का प्यार परवान चढ़ गया और मुकेश अपने नाम से खरीदे गये सिम कार्ड नं 0 947×××0429 भी प्रतिमा को दे दिया और इसी लाभ का फायदा उठाकर संजय के द्वारा प्रतिमा को माध्यम बनाते हुये मुकेश ( मृतक ) को जान से मार देने का षडयंत्र रचा और इस षड्यंत्र में ( 1 ) संजय कुमार ( 2 ) तथाकथित पत्नी प्रतिमा भूटकुंवर के अतिरिक्त ( 3 ) सूरज सिंह एवं ( 4 ) पुरूषोतम कुमार सिंह उर्फ पुस्तम उर्फ पीके को मिलाकर योजना बनाया गया और योजना के अनुरूप दिनाँक 01.11.2020 को मिलकर योजनाबद्ध तरीके में उक्त मुकेश ( मृतक ) को प्रतिमा के द्वारा प्यार का झांसा देकर बुलाया गया और पिठौरिया थाना अंतर्गत करमघाट जंगल मुतियाम्बे में धारदार छुरा से वार कर एवं गला रेतकर उक्त चारों लोगों के द्वारा मुकेश की हत्या कर दी गई।

कैसे पहुँची पुलिस आरोपी तक:

एसएसपी के निर्देश पर डीएसपी मुख्यायल 1 नीरज कुमार और सदर पश्चिम इंस्पेक्टर आतिश कुमार मोदी के नेतृत्व में पिठौरिया थाना प्रभारी विनय कुमार यादव ने मृतक की माँ, बहन और पिता से पूछताछ की।पूछताछ में ही मृतक के सौतेले भाई पर हत्या की बात परिजन ने की।मृतक के परजिनों ने पुलिस को बताया कि मुकेश का एक सौतेला भाई है जो पहले से ही मुकेश से नहीं बनता है।पुलिस ने आगे की जांच प्रारम्भ की और संजय को उठाया उसके बाद मुकेश की बातचित महिला से होने की जानकारी मिली।इसके बात तकनीकी शाखा की मदद ली ।उसके बाद संजय से जानकारी उसकी कथित पत्नी की मिली उसके बाद हत्या की घटना का उद्भेदन 4 दिनों के अंदर हो गई।